(Bhilwara) मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजीव कुमार शर्मा (Dr. Sanjeev Kumar Sharma) की अध्यक्षता में गुरुवार को सीएमएचओ (CMHO) कक्ष में जिला स्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों, ग्रामीण एवं शहरी स्वास्थ्य शिविरों, डाटा फीडिंग प्रगति सहित मौसमी बीमारियों की रोकथाम के संबंध में गहन चर्चा कर सुधार करने के आवश्यक दिशा-निर्देश चिकित्सा अधिकारियों को दिये गये। सीएमएचओ डॉ. शर्मा ने कहा कि आमजन को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना राज्य सरकार का सर्वाेच्च लक्ष्य है, इसलिए किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया कि निर्धारित लक्ष्य अनुसार कार्य की प्रगति में त्वरित सुधार करें और डाटा फीडिंग में हो रही देरी को अविलंब समाप्त करें। बैठक में अति. सीएमएचओ डॉ. रामकेश गुर्जर, डीटीओ डॉ. प्रदीप कटारिया सहित जिले के समस्त ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं सीएमएचओ कार्यालय के विभिन्न अनुभाग अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में सीएमएचओ ने प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान, सिलिकोसिस पीड़ितों का चिन्हांकन, एनसीडी स्क्रीनिंग, यूडीआईडी कार्ड जारी करने, कफ सिरप से संबंधित नई गाइडलाइन की क्रियान्विति, और मौसमी बीमारियों-डेंगू, मलेरिया, स्क्रब टाइफस की रोकथाम पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि फील्ड में पॉजिटिव केस मिलने पर उसी दिन एक्टिविटी करें, आशा एवं एएनएम टीमें डोर टू डोर सर्वे कर बुखार रोगियों की ब्लड स्लाइड लें, जागरूकता फैलाए, फॉगिंग व ड्राई-डे एक्टिविटी नियमित रूप से करवाई जाए। सीएमएचओ ने टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान, निक्षय पोषण योजना, पीएमजेएवाई ई-केवाईसी, आभा आईडी जनरेशन, और प्रधानमंत्री वय वंदन योजना की प्रगति पर भी समीक्षा कर लक्ष्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एनसीडी स्क्रीनिंग में बीपी, शुगर व कैंसर जांच का कार्य पूरा कर डेटा अपडेट किया जाए तथा अस्पतालों में फायर सेफ्टी कार्य को प्राथमिकता से पूर्ण कराया जाए। सीएमएचओ डॉ. शर्मा ने बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर विशेष निर्देश देते हुए कहा कि चार वर्ष से कम उम्र के बच्चों को डेक्सट्रोमिथारफेन युक्त कफ सिरप का उपयोग बिल्कुल न करें। अधिक उम्र के बच्चों में भी यह दवा केवल चिकित्सक की सलाह और सुरक्षित खुराक के अनुसार ही दी जाए। उन्होंने कहा कि यदि किसी बच्चे में दवा के दुष्प्रभाव पाए जाएं, तो तुरंत जिला स्तरीय कन्ट्रोल रूम नम्बर 01482-232643 पर अवगत कराया जाए।
रिपोर्ट – पंकज पोरवाल