
भीलवाडा (Bhilwara) शहर के कुवाडा खान स्थित श्री इच्छापुर्ण बालाजी मंदिर में शरद पूर्णिमा महोत्सव श्रद्धा व उत्साह के साथ मनाया गया। जहाँ भक्तों ने भजनों पर झूमकर और खीर का प्रसाद ग्रहण किया। श्री इच्छापुर्ण बालाजी मंदिर विकास समिति कि अध्यक्ष प्रहलाद अग्रवाल के सानिध्य मे आयोजित संगीतमय भजन संध्या की शुरुआत गणेश वन्दना के साथ की। जिसमें प्रसिद्ध गायिका रजनी राजपूत ने गुरु वन्दना के साथ ही एक के बाद एक भजनों की मनभावन और सुन्दर प्रस्तुतियाँ देकर सभी का मन मोह लिया। ठंडी रात के बीच भक्तो ने खुले आसमान के नीचे खीर बनाई और रात्रि 12.00 बजे ठाकुर जी के खीर प्रसाद का भोग लगाकर सभी भक्तों को खीर प्रसाद वितरित किया गया। कार्यक्रम में श्याम सुंदर समदानी, सुनील कुमार गर्ग, संजय लाहोटी, अर्चित मुंदड़ा, सत्यजीत ईनाणी, सुनील काबरा, किशोर काबरा, विशाल बाहेती, मुकेश चेचानी, गोपाल पुरी, पिंटू मुंदड़ा, शिव चेचानी, राजेंद्र ईनाणी, आदित्य मालीवाल सहित कई भक्त जनों ने भाग लिया। पंडित संजय ने बताया की संपूर्ण मंदिर की रंगाई-पुताई और रंग-बिरंगी रोशनी से आकर्षक सजावट करवाई। पंडित ने बताया कि शरद पूर्णिमा का धार्मिक, आध्यात्मिक व वैज्ञानिक महत्व गहरा है. तिथि विशेष को धार्मिक क्रियाओं, उपासना और साधना के लिए पवित्र माना जाता है. यह पर्व प्रेम, भक्ति, स्वास्थ्य और मानसिक शांति का प्रतीक है. धार्मिक रूप से, यह भगवान श्रीकृष्ण की रासलीला, देवी लक्ष्मी की कृपा, और चंद्रमा की पूजा से जुड़ा है. शरद पूर्णिमा पर चंद्रमा षोडश कलाओं से युक्त होता है. उसकी किरणों से अमृत वर्षा होती है. इस विशेषता के कारण प्रभु श्रीकृष्ण ने इसे रासोत्सव के लिए उपयुक्त माना।
रिपोर्ट – पंकज पोरवाल