
भीलवाडा (Bhilwara) भारत विकास परिषद् (भाविप) राजस्थान (मध्य) प्रांत ने सेवा वर्ष 2025-26 के अप्रैल से दिसंबर सत्र में रक्तदान, नेत्रदान, और देहदान के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। प्रांतीय प्रभारी (रक्तदान, नेत्रदान, देहदान) देवराज सुरतानियाँ की रिपोर्ट के अनुसार, परिषद् ने रक्तदान ही हमारा चंदन है के नारे को साकार करते हुए रिकॉर्ड संख्या में जीवन रक्त संग्रहित किया है। अप्रैल से दिसंबर 2025 की अवधि में, परिषद् ने 14 रक्तदान शिविरों का सफल आयोजन किया, जिसके माध्यम से कुल 1476 यूनिट रक्त संग्रहित हुआ। नवंबर 2025 में सरवाड़ (223 यूनिट) और जुलाई 2025 में पुष्कर (232 यूनिट) में हुआ। अन्य प्रमुख शिविर जून में नसीराबाद (92 यूनिट) अगस्त में सावर (181 यूनिट) और ब्यावर मुख्य (166 यूनिट) सितंबर में महाराणा अजमेर (150 यूनिट)। दिसंबर 2025 का समापन महाराणा प्रताप भीलवाड़ा (133 यूनिट) और केकड़ी (78 यूनिट) सहित चार शिविरों से हुआ। रक्तदान के साथ ही, परिषद् ने नेत्रदान के क्षेत्र में भी प्रशंसनीय कार्य किया है। सत्र के दौरान, विभिन्न शाखाओं (किशनगढ़, भीलवाड़ा, सरवाड़, अजमेर) के सहयोग से कुल 18 जोड़ी नेत्रदान संपन्न कराए गए, जिससे कई लोगों के जीवन में रोशनी आई है। गुलाब (सरवाड़), मोहन लाल कुमावत, भारती कुमावत, आनंद प्रकाश गोयल, कोमल गोयल, कृष्ण गोपाल गोयल, और प्रतिभा गोयल जैसे दानदाताओं का उल्लेख किया गया है। परिषद् द्वारा देहदान और नेत्रदान संकल्प पत्र भरने का कार्य भी निरंतर जारी है। आगामी शिविर (दिसंबर 2025)। 07 दिसम्बर 2025 जहाजपुर कोठाज। 14 दिसम्बर 2025 जहाजपुर रोपा सेवा की यह अविरल धारा दिसंबर माह में भी जारी रहेगी।
रिपोर्ट – पंकज पोरवाल
