बाड़मेर। जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर, अहिंसा के अवतार भगवान श्री महावीर स्वामी के 2623वें जन्म कल्याणक महोत्सव रविवार को बाड़मेर में भी मनाया गया। तीन दिवसीय महोत्सव के अंतिम दिन शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा जैन न्याति नोहरे से साध्वीश्री डा. विद्युत प्रभा श्री मसा आदिठाणा की पावन निश्रा में रवाना हुई। जो शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए आराधना भवन पहुंची।
शोभायात्रा में शामिल हुईं झांकियां
शोभायात्रा में रथ के साथ जैन धर्म व भगवान महावीर स्वामी की जीवनी से जुड़ीं 22 से ज्यादा झांकियां शामिल हुईं। सभी झांकियां अलग-अलग संदेश दे रही थी। वहां पर धर्मसभा का आयोजन किया गया। दरअसल, महावीर जयंती के उपलक्ष्य पर तीन दिवसीय महोत्सव के पहले दिन रात में जैन न्याति नोहरे में विराट कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ ।
दूसरे दिन सुबह में पौधारोपण, जीवदया कार्यक्रम, गंहूली प्रतियोगिता, सामूहिक सामायिक, जैन स्तवन सहित कई कार्यक्रम आयोजित हुए। सामूहिक सामायिक में बड़ी संख्या में माताओं-बहिनों ने भाग लिया। इसमें श्री मांगीलाल रतनलाल रिखबदासजी ठेकेदार परिवार की ओर प्रभावना वितरित की गई। उनका श्रीसंघ व महोत्सव समिति की ओर से बहुमान किया गया।
सह संयोजक चम्पालाल बोथरा ने बताया कि भगवान महावीर स्वामी के 2623वें जन्म कल्याणक के उपलक्ष्य पर रविवार को सुबह 8.30 बजे जैन न्याति नोहरे से साध्वीश्री डा. विद्युतप्रभाश्रीजी मसा आदिठाणा की पावन निश्रा में भव्य व विशाल शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें बड़ी संख्या में जैन समाजबंधुओं के साथ माताएं-बहनें शामिल हुई। शोभायात्रा का समापन व धर्मसभा का आयोजन आराधना भवन में हुआ।
पुष्पवर्षा से जगह-जगह स्वागत
जैन न्याति नोहरे से जैन श्रीसंघ, बाड़मेर के तत्वावधान में महोत्सव समिति द्वारा शोभायात्रा का आयोजन किया गया। शोभायात्रा रविवार सुबह 9 बजे ध्वजारोहण के पश्चात जैन न्याति नोहरा से रवाना होकर करमूजी की गली, महाबार मार्ग, विद्यापीठ, ढाणी बाजार, पीपली चौक, जवाहर चौक, पुरानी सब्जी मण्डी, गांधी चौक, सुभाष चौक, अहिंसा सर्किल, वकील सुरतानमल जैन मार्ग, कल्याणपुरा, तेरापंथ भवन होते हुए आराधना भवन पहुंचकर धर्मसभा में परिवर्तित हो गई। यहां साधु-साध्वी भगवंतों ने मांगलिक प्रवचन हुए। वहीं दोपहर में जैन क्विज प्रतियोगिता, म्यूजिकल चेयर प्रतियोगिता व सायं में महाआरती व आरती सजावट प्रतियोगिता आयोजित हुई।