अजमेर (Ajmer) महर्षि दयानंद सरस्वती महाराज की उतराधिकारी परोपकारिणी सभा के तत्वाधान में हर वर्ष की तरह इस बार महर्षि दयानंद के 142 वें बलिदान दिवस और आर्य समाज स्थापना के 150 साल पूरे होने पर ऋृषि उद्यान पुष्कर रोड मे भव्य रूप से आयोजित किया जा रहा है ।
मेले का आयोजन आज 10 अक्टूबर से सुबह 5,0 ध्यान आसन प्राणायाम से आरम्भ हुआ जिसका बजे 10 बजे विधिवत ध्वजारोहण किया गया। 10:30 बजे उद्धाटन सत्र, दोपहर 2:30 बजे वेदों की उपादेयता और रक्षा विषय पर विचार गोष्ठी, दोपहर 2:30 बजे वानप्रस्थ एवं संन्यास दीक्षा आदि कार्यक्रम आयोजित हुए।
परोपकारिणी सभा के प्रधान ओम मुनि एवं मंत्री कन्हैयालाल आर्य ने बताया कि आर्य समाज स्थापना के 150 वां शताब्दी समारोह के उपलक्ष मे मेले में देशभर से प्रमुख सन्यासी, साधु महात्मा और आर्यजन सहित आर्य जगत के साधु सन्यासी और अन्य पदाधिकारी शामिल होंगे। एक अनुमान के अनुसार इस बार दस हजार से अधिक ऋषिभक्तो का आगमन होगा। उन्होंने बताया कि महर्षि दयानंद सरस्वती की 200 वीं जयंती एवं आर्य समाज की स्थापना को 150 साल पूरे होने पर दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय आर्य महासम्मेलन 30 अक्टूबर से 2 नवंबर तक आयोजित होगा। इस महाआयोजन के समय को ध्यान में रखते हुए इस बार अजमेर में राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम दीपावली से पहले हो रहा है।
उन्होंने बताया कि मेले में एक दिन पहले से ही लोगों के आने की शुरुआत हो गई। ऋषि उद्यान में विशेष सजावट की गई है। मेले में 9 सम्मेलन और 7 बड़े कार्यक्रम होंगे।
मेले में अलग-अलग जगह से आए दुकानदारों की ओर से दुकानें भी लगाई जा रही हैं। यहां पर आर्य समाज से संबंधित साहित्य, पुस्तकें और हवन सहित अन्य सामग्री की बिक्री होगी। ऋषि मेला दीपावली के बाद शुक्रवार से रविवार तक आयोजित करने की परंपरा है। इस बार यह आयोजन दीपावली से पहले हो रहा है।
मंत्री ने बताया कि मेले में योग सत्र, सन्यास दीक्षा, समान समारोह, वैदिक विषयों पर विभिन्न सत्र सहित अनेक कार्यक्रम आयोजित होंगे। महर्षि दयानंद सरस्वती के निर्माण स्थली अजमेर होने के कारण यह आर्यों के लिए यह स्थान और आयोजन महत्वपूर्ण है। प्रतिवर्ष की अपेक्षा अधिक आयोजनों की उपस्थिति में विभिन्न आयोजनों के साथ महर्षि दयानंद सरस्वती को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी।
रिपोर्ट- घेवरचन्द आर्य