
भीलवाडा (Bhilwara) शहर के प्रताप नगर थाना इलाके के रीको में स्थित स्वास्तिक प्रोसेस में कार्यरत एक कर्मचारी की उदयपुर के महाराणा भूपाल चिकित्सालय में उपचार के दौरान मौत हो गई। यह कर्मचारी तीन अक्टूबर को प्रोसेस हाउस में काम करते समय गिरने से घायल हो गया था। परिजन व समाजजन प्रोसेस हाउस के बाहर धरना-प्रदर्शन कर 15 लाख रुपये मुआवजे की मांग कर रहे हैं। परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार, मांडलगढ़ थाने के किशनजी का खेड़ा निवासी 38 वर्षीय हिम्मत सिंह पुत्र रघुवीर सिंह शक्तावत वर्तमान में पुर में रहकर करीब 15 वर्षों से स्वास्तिक प्रोसेस में काम करते थे। तीन अक्टूबर को प्रोसेस में काम करते समय हिम्मत सिंह गिर गये। उन्हें गंभीर चोट आई। उपचार के लिए हिम्मत सिंह को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां से उन्हें उदयपुर के महाराणा भूपाल चिकित्सालय भिजवा दिया। सात अक्टूबर को उपचार के दौरान हिम्मत सिंह ने दम तोड़ दिया। इसे लेकर बुधवार सुबह सात बजे से परिजन व समाजजन प्रोसेस हाउस के बाहर जमा हो गये। उन्होंने कहा कि हिम्मत सिंह पिछले 15 साल से इसी फैक्ट्री में काम कर रहा है और काम करते समय ही उसकी मौत हुई है। हिम्मत के परिवार में कोई कमाने वाला नहीं है, इसलिए फैक्ट्री प्रबंधन को उसे मुआवजा देना चाहिए। इन लोगों ने प्रोसेस प्रबंधन से पहले 25 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग रखी, लेकिन बाद में वे 15 लाख रुपये के लिए राजी हो गये, लेकिन प्रबंधन ने इस मांग पर कोई घोषणा नहीं की। इसके चलते आक्रोशित लोगों ने प्रोसेस के बाहर टायर जलाकर प्रदर्शन किया। इसके बाद वे टेंट लगाकर वहीं धरने पर बैठ गये। लोगों ने यह भी चेतावनी दी है कि उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। सूचना पर प्रतापनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और प्रदर्शनकारी और फैक्ट्री प्रबंधन से समझाइश की जा रही है।
रिपोर्ट -पंकज पोरवाल