भीलवाड़ा। जिला जेल में गुरुवार को विचाराधीन बंदी की करीब 20 फीट ऊंचाई से गिरने से हुई मौत का मामला 26 घंटे बाद सुलझा। सुबह से परिजन और ग्रामीण जिला अस्पताल की मोर्चरी के बाहर इकट्ठा हो गए। डीआईजी जेल, कलेक्टर नमित मेहता और अन्य अधिकारियों की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ।
जिला अस्पताल स्थित मोर्चरी पर परिजनों व समाजजनों ने जेल प्रशासन पर आरोप लगाते हुये लगातार दूसरे दिन जिला अस्प्ताल की मोर्चरी पर जेल प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर मृतक आश्रितों को मुआवजा, सरकारी नौकरी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान जेल विभाग के डीआईजी कैलाश त्रिवेदी और जहाजपुर विधायक गोपीचंद मीणा भी मोर्चरी पहुंचे और प्रदर्शन कर रहे लोगों से वार्ता की।
इसके बाद 25 लाख रुपये का मुआवजा, मृतक की कैंसर पीडित माता का इलाज कराने व भाई को संविदा पर नौकरी देने के आश्वासन पर सहमति बन गई। जिला कलेक्टर नमित मेहता द्वारा यह आश्वासन दिया। इसके बाद कहीं जाकर यह प्रदर्शन समाप्त हुआ हैं।
कोटडी प्रधान करण सिंह ने कहा कि कल चावंडिया गांव का रहने वाला सांवरमल ओझा मादक पदार्थ तस्करी मामले में 24 अगस्त 2023 से जिला जेल में बंद था। सांवरमल जेल परिसर में ही दीवार पर लगी लाइट चैक करने सीढ़ी से चढ़ा। इसके बाद 20 फीट की ऊंचाई से सांवरमल नीचे गिर पड़ा। उसे सिर में चोट आई। जिला अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया।
डीआईजी व मृतक के परिजनों व समाजजनों के बीच वार्ता चली जिसमें प्रशासन व मृतक के परिजनों के बीच सहमति बन गई। जिला कलेक्टर नमित मेहता ने 25 लाख का मुआवजे के साथ ही मृतक की मां जो कैंसर पीडित है, उसका सरकारी खर्च पर इलाज व व मृतक के छोटे भाई को संविदा पर नौकरी देने का आश्वासन दिया। मुआवजा राशि 25 लाख में से 5 लाख रुपये जेलकर्मी अपनी तनख्वाह से देंगे। इसके अलावा सरकारी योजनाओं व जनसहयोग से यह राशि दी जाएगी।
रिपोर्ट: पंकज पोरवाल