
Bhinmal। भारतीय नववर्ष के अवसर पर सनातन संस्कृति जागरण संघ द्वारा स्थानीय जीवनदास महाराज की बगेची में 31 कुंडीय महायज्ञ, दीपमाला और रंगोली का भव्य आयोजन किया गया। सनातन संस्कृति जागरण संघ के सदस्य राजूसिंह माली ने बताया कि भारतीय नववर्ष पर आयोजित महायज्ञ में सैकड़ों लोगों ने भाग लिया और जातिगत भेदभाव तथा व्यसन को अपने जीवन से समाप्त करने का संकल्प लिया।
उन्होंने यह भी बताया कि सनातन संस्कृति संघ द्वारा हर वर्ष भारतीय नववर्ष पर महायज्ञ का आयोजन किया जाता है और इस दिन के महत्व को लेकर प्रचार-प्रसार किया जाता है ताकि हिंदू समाज अपनी जड़ों की तरफ लौटे। इस अवसर पर कार्यक्रम के अतिथि डॉ. श्रवणकुमार मोदी, जयरूपाराम माली, प्रेमाराम बंजारा, गुमानमल जैन, गुमानसिंह राव, केराराम चौधरी, शंकरलाल सोलंकी, नारिंगराम पटेल, ओटाराम मेघवाल, वचनसिंह राव और किशोर सांखला उपस्थित थे। नारिंगराम पटेल ने कहा कि हमें हमारे नववर्ष के महत्व को समझकर उसे अधिक महत्व देना चाहिए और हमारी संस्कृति की तरफ लौटना चाहिए।
गुमानसिंह राव ने वेदों और सनातन धर्म की ओर लौटने की अपील की। किशोर सांखला ने सनातन संस्कृति जागरण संघ द्वारा हिंदू समाज में अलख जगाने के प्रयासों की सराहना की, वहीं वचनसिंह राव ने जातिभेद को समाप्त कर हिंदू समाज की एकता की बात की। यह कार्यक्रम सनातन संस्कृति जागरण संघ के लिए विशेष था क्योंकि इस साल संगठन के आदर्श महर्षि दयानंद सरस्वती द्वारा स्थापित आर्य समाज को 150 वर्ष पूरे हो रहे थे। इस अवसर पर संगठन द्वारा सैकड़ों दीपकों से मनमोहक दीपमाला बनाई गई और आकर्षक रंगोली से कार्यक्रम स्थल की सजावट की गई।
मीडिया प्रभारी माणकमल भंडारी ने बताया कि इस कार्यक्रम में ओमप्रकाश माहेश्वरी, प्रभुराम जीनगर, दिलीप सोनी, हीरालाल सोनी, वालाराम मौर्य, नरपतसिंह आर्य, राजमल माली, नटवरलाल जीनगर, सुखराज माली, शंकरलाल फुलवरिया, तारचंद फुलवरिया, शंकरलाल गर्ग, मुकेश सोलंकी, शंकरलाल गहलोत, अर्जुन बंजारा, भरतसिंह राव, कुलदीपसिंह राव, आर्य राहुल बंजारा, अक्षय बंजारा, और आर्य रोहित मेघवाल सहित कई लोग उपस्थित थे। यज्ञ का संपादन राव विक्रमसिंह आर्य द्वारा वैदिक रीति से मंत्रोच्चार के साथ संपन्न कराया गया।
रिपोर्ट – परबतसिंह राव