सुशासन महोत्सव के उदघाटन समारोह में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने राज काज में सुशासन के महत्व पर रोशनी डाली। उन्होंने कहा कि सुशासन केवल नारा नहीं है, उसे जीवन में उतारने की जरूरत है।
नड्डा ने कहा कि आम तौर पर सुशासन को लोग स्लोगन बना देते हैं लेकिन लोगों को इससे ऊपर उठने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जिसे गुड गवर्नेंस चाहिए, उन्हें सबसे पहले मिशन के प्रति समर्पित हो जाना चाहिए।
सुशासन को जीवन में उतारकर ही सुखी रहा जा सकता है। नड्डा ने कहा कि हमारे यहां गुड गवर्नेंस और बैड गवर्नेंस दोनों के उदाहरण हैं। उन्होंने कहा कि मुझे दस साल प्रशासन का अनुभव रहा।
गुड गवर्नेंस के लिए कमिटमेंट चाहिए, इसके बगैर यह संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारे यहां कहावत है-जब भंडारी पर भंडारा ही हाथ मार दे भंडारे का क्या होगा, इसी तरह जब बाड़ ही खेत को खाने लगे तो खेत का क्या होगा?
प्रधानमंत्री ने बदली देश की राजनीति
जेपी नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की राजनीति की संस्कृति ही बदल दी है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने सुशासन का एजेंडा ही बदल दिया। पीएम मोदी ने साबित किया कि अगर आप नारी, युवा, अन्नदाता और गरीबों की चिंता करते हैं तो आप सारे समाज की चिंता करते हैं।
यही सबका साथ-सबका विकास है। उद्घाटन भाषण में नड्डा ने कहा कि विकास के लिए डिलीवरी और लीकेज पर काम करना जरूरी है। आखिरी शख्स तक सरकार की कल्याणकारी योजना पहुंचे, यह प्रयास जरूरी है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जिस प्रकार की हेल्थ पॉलिसी देश को दी, उससे जन-जन का जुड़ाव तैयार हुआ है। आज सबको लगता है कि ये हमारी जरूरत की हेल्थ पॉलिसी है।
आयुष्मान भारत सुशासन की नजीर
उन्होंने कहा कि हमने आयुष्मान भारत के जरिए लोगों को हेल्थ कवर दिया। इसके लिए प्रधानमंत्री ने हम लोगों को टार्गेट दिया था। ये गुड गवर्नेंस का उदाहरण है। छत्तीसगढ़ का लेबर तमिलनाडु में इलाज कराता है तो उसे वहीं पैसा मिल जाता है।
कोरोना में 25 करोड़ महिलाओं के बैंक खातों में पैसे मिले, लोगों को जनधन खाते का फायदा मिला। पहले एक लाइसेंस के लिए पसीने बहाने पड़ते थे, आज होम डिलीवरी हो रही है। नड्डा ने कहा कि हेल्थ की तरह ही आज देश की शिक्षा नीति में बड़ा बदलाव आया है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में मोदी सरकार की पॉलिसी है, सबको एक जगह लाना। नड्डा ने कहा कि उज्जवला, उजाला, सौभाग्य योजना, जल जीवन मिशन का फायदा आम लोगों को मिल रहा है। आज पहाड़ों में रह रहे लोगों तक पानी पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि लाइफ कैसे आसान होती है, लाइफ कैसे बेहतर होती है, वो इन नीतियों में नजर आता है।
लोग यूपीआई का इस्तेमाल कर रहे हैं। आम लोगों को पर्याप्त बिजली मिल रही है। अच्छे इंफ्रास्ट्रक्चर का लाभ मिल रहा है। हाइवे बनने से सफर का समय बच रहा है। यही गुड गवर्नेंस का मॉडल है।