
पाली (Pali) आर्य समाज पाली द्वारा युवाओं और क्रांतिकारीयों के प्रेरणा स्त्रोत रहे शहीद भगतसिंह का आज 118 वा जन्मदिन यज्ञ करके मनाया गया। इस अवसर पर आर्य वीर दल पाली के संरक्षक वयोवृद्ध आर्य वीर धनराज आर्य ने सम्बोधित करते हुए कहा कि भगत सिंह राजगुरु और सुखदेव तीनों युवकों के प्रेरणा स्त्रोत रहे हैं और आगे भी रहेंगे।
उन्होंने कहा की आज की भटकतीं युवा पीढ़ी के लिए भगतसिंह का जीवन चरित्र एक आदर्श मार्गदर्शन है।
श्री आर्य ने कहा कि भगत सिंह के दादा किशनसिंह महर्षि दयानन्द के शिष्य थे उन्होंने अपने पोते को आर्य समाज की स्कुल में भर्ती करवाकर देश भक्ति का पाठ पढ़ाया। भगतसिंह भी अपने दादा के समान ऋषिभक्त और वैदिक धर्मानुरागी थे। वे नियमित संध्या करते और रोज एक वेद मंत्र का पाठ करते थे जिससे उनमें आत्मविश्वास स्वाभिमान और राष्ट्रभक्ति जागरूक हुई और वे महान देशभक्त बनकर राष्ट्र के स्वतंत्रता यज्ञ में आहुत होकर अमर हो गये।
इस अवसर पर आर्य समाज प्रधान मगाराम आर्य पूर्व प्रधान गजेन्द्र अरोड़ा संरक्षक शिवराम प्रजापत मंत्री विजयराज आर्य वरिष्ठ सदस्य घेवरचन्द आर्य पुनमचन्द वैष्णव कुन्दन चौहान अनिता बंसल छवि आर्या सहित कई जने मौजूद रहे।
रिपोर्ट – घेवरचंद आर्य
