
Pali: पाली जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से सोमवार को जिलाध्यक्ष अजीज दर्द के नेतृत्व में राज्यपाल के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में राजस्थान सहित पाली जिले में प्राइवेट कंपनियों द्वारा लगाए जा रहे स्मार्ट बिजली मीटरों को लेकर गहरी आपत्ति जताते हुए तत्काल प्रभाव से इस प्रक्रिया पर रोक लगाने की मांग की गई है।
जिलाध्यक्ष अजीज दर्द ने कहा कि वर्तमान में स्मार्ट मीटरों को लेकर आमजन में भय का माहौल है। लोग आशंकित हैं कि इन मीटरों से बिजली की खपत का आंकड़ा अधिक दिखाया जाएगा, जिससे बिल भी ज्यादा आएगा। खासतौर पर तब, जब ये मीटर अभी तक किसी सरकारी लैब में परीक्षण तक नहीं किए गए हैं, ऐसे में इनकी विश्वसनीयता पर सवाल खड़े होते हैं। उन्होंने कहा कि पुराने मीटरों को हटाकर उन्हें कबाड़ में फेंक देना सरकार के लिए भी आर्थिक नुकसान है, क्योंकि सभी मीटर खराब नहीं हैं।
कांग्रेस नेताओं ने आशंका जताई कि यह पूरा प्रकरण किसी कंपनी और सरकार के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से हो रहा है, जिससे आम जनता पर अनावश्यक आर्थिक बोझ डाला जा रहा है। ज्ञापन में साफ तौर पर मांग की गई कि जब तक इन स्मार्ट मीटरों का पूरी तरह से तकनीकी परीक्षण नहीं हो जाता और आमजन को भरोसे में नहीं लिया जाता, तब तक इनकी स्थापना पर रोक लगाई जाए।
इस मौके पर कांग्रेस जिला प्रवक्ता रफीक चौहान ने बताया कि जिला कांग्रेस अध्यक्ष अजीज दर्द, पीसीसी उपाध्यक्ष शिशुपाल सिंह राजपुरोहित, पूर्व जिलाध्यक्ष चुन्नीलाल चाड़वास, पीसीसी सदस्य महावीरसिंह सुकरलाई, वरिष्ठ नेता जबर सिंह राजपुरोहित, शहर ब्लॉक अध्यक्ष जीवराज बोराणा, शहर संगठन महामंत्री भंवर राव, पार्षद संतोख सिंह बाजवा, मंडल अध्यक्ष रघुनाथ सिंह मण्डली, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष प्रकाश सांखला, जिला प्रवक्ता रफीक चौहान, मांगु सिंह दूदावत, पूर्व पार्षद आमीन अली रंगरेज, जयेश मेवाड़ा, पार्षद प्रतिनिधि शहजाद शेख, साबिर अशरफी, दिनेश दवे, असगर कूरैशी, असगर खत्री, मोहन सिंह राजपुरोहित, इकबाल शेख, श्याम बागोरिया, रमेश तुनगारिया, रफीक अब्बासी, नरेश चौधरी सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन मौजूद रहे।
रिपोर्ट – रविन्द्र सोनी