पाली: धर्मधारी निवासी खुशबू राजपुरोहित (Khushboo Rajpurohit) की संदिग्ध मौत के मामले में न्याय की मांग को लेकर सोमवार को पाली में राजपुरोहित समाज व सर्व समाज ने जोरदार प्रदर्शन किया। सैकड़ों की संख्या में लोग राजपुरोहित सभा भवन से रैली निकालकर जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया गया कि खुशबू की शादी 11 महीने पहले डोली गांव निवासी भोमसिंह से हुई थी। शादी के बाद वह रावतसर (हनुमानगढ़) में पति के साथ रह रही थी, जहां वह मिठाई की दुकान चलाता था। 16 जून को खुशबू की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई, लेकिन ससुराल पक्ष ने न तो मृतका के परिजनों को सूचना दी और न ही पुलिस को। बाद में शव को चुपचाप डोली गांव लाकर जल्दबाजी में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
परिजनों ने जब शव देखा तो उस पर चोटों के निशान पाए गए, जिससे हत्या की आशंका जताई गई। मृतका के भाई रणवीर सिंह धर्मधारी ने बताया कि खुशबू को दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाता था, और उसने इस बारे में पहले भी परिवार को अवगत कराया था।
परिजनों का आरोप है कि साक्ष्य मिटाने के लिए जानबूझकर पोस्टमार्टम नहीं कराया गया। बाद में रावतसर थाने में मामला दर्ज किया गया, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
प्रदर्शनकारियों ने निम्न मांगे रखीं:-
मामले की एसआईटी द्वारा निष्पक्ष जांच हो।
सभी आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी हो।
पीड़ित परिवार को ₹1 करोड़ का मुआवजा दिया जाए।
परिवार के एक सदस्य को संविदा पर सरकारी नौकरी मिले।
प्रदर्शन में महावीर सिंह सुकर्लाई, शिशुपाल सिंह निम्बाड़ा, चंद्रभान सिंह तालकिया, दीपक सिंह, पिंटू सिंह, भरत सिंह, अचल सिंह पाचपदरा, नरेंद्र सिंह तालका सहित राजपुरोहित समाज के अनेक गणमान्य नागरिक एवं ग्रामीण शामिल हुए। समाज ने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
रिपोर्ट – रविन्द्र सोनी