
Pali : पाली जिले की होनहार छात्राओं ने 54वीं केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) राष्ट्रीय हैंडबॉल प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन कर जिले का नाम रोशन किया है। अंडर-14 छात्रा वर्ग की टीम ने स्वर्ण पदक जीतकर प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि अंडर-17 छात्राओं ने रजत पदक हासिल कर दूसरा स्थान प्राप्त किया।खेल प्रतियोगिता में ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज कर जब दोनों टीमें पाली लौटीं, तो रेलवे स्टेशन से लेकर शहर के मुख्य मार्गों तक जोरदार स्वागत हुआ। खिलाड़ियों का जगह-जगह ढोल-नगाड़ों, फूलमालाओं और नारों के साथ अभिनंदन किया गया।
रेलवे स्टेशन से शुरू हुआ सम्मान समारोह
टीम के पाली लौटने पर रेलवे स्टेशन पर परिजनों, विद्यालय स्टाफ और खेलप्रेमियों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। सुभाष सर्किल, गांधी मूर्ति, अंबेडकर सर्किल और सूरजपोल तक खिलाड़ियों के स्वागत के लिए उत्साहित जनसमूह उमड़ा रहा। डीजे की धुन पर जहां युवाओं ने थिरकते हुए खुशी मनाई, वहीं स्कूल स्टाफ और अभिभावकों के चेहरों पर गौरव की झलक साफ नजर आई।
जिला कलेक्टर ने दी बधाई
जिला कलेक्टर एल.एन. मंत्री ने इस उपलब्धि पर टीम और विद्यालय प्रशासन को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह जीत पाली के लिए गर्व का क्षण है। उन्होंने कहा कि खेलों से अनुशासन, एकता और आत्मबल जैसे गुणों का विकास होता है, जो विद्यार्थियों के सम्पूर्ण विकास में सहायक हैं। कलेक्टर ने विद्यालय के प्रधानाचार्य एच.एल. मीणा और खेल प्रभारी एल.आर. मीणा को भी इस सफलता के लिए बधाई दी।
अंडर-14 टीम ने लिया हार का बदला, बनी चैंपियन
खेल प्रभारी एल.आर. मीणा ने बताया कि अंडर-14 टीम का सफर कठिनाई भरा लेकिन प्रेरणादायक रहा। प्रतियोगिता का पहला मैच हैदराबाद से हारने के बाद टीम ने हार नहीं मानी। बेंगलुरु, दिल्ली और मुंबई जैसी मजबूत टीमों को हराते हुए फाइनल में एक बार फिर हैदराबाद से मुकाबला किया और इस बार जीत दर्ज कर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। टीम की संघर्षशीलता और आत्मविश्वास ने उन्हें चैंपियन बना दिया।
अंडर-17 टीम ने भी दिखाया दम, जीता रजत पदक
वहीं, अंडर-17 छात्रा वर्ग की टीम ने भी अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से सभी का ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने आगरा, एर्नाकुलम, चंडीगढ़ और हैदराबाद को हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। लखनऊ और दिल्ली को हराकर वे फाइनल में पहुंचीं, जहां उन्हें पटना से हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, टीम ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन कर रजत पदक हासिल किया।
पाली की बेटियों की यह उपलब्धि पूरे जिले के लिए प्रेरणास्त्रोत बनी है। उनकी मेहनत, अनुशासन और जुझारूपन ने यह सिद्ध कर दिया कि समर्पण और सही मार्गदर्शन से कोई भी मंजिल दूर नहीं।
रिपोर्ट – रविन्द्र सोनी