भीलवाडा। दी इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की भीलवाडा शाखा द्वारा पटेल नगर स्थित आईसीएआई भवन पर शेयर मार्किट के तकनीकी विश्लेषण के साथ इंट्राडे रणनीति पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। शाखा अध्यक्ष सीए सोनेश काबरा ने बताया की यह कार्यशाला आईसीएआई की वित्तीय बाजार और निवेशक संरक्षण समिति के तत्वावधान में आयोजित की। जिसमें मुख्य अतिथि समिति के अध्यक्ष एवं सेंट्रल कौंसिल मेम्बर सीए दुर्गेश काबरा मुंबई थे।
कार्यक्रम का आयोजन तीन सत्रों में किया गया जिसके मुख्य वक्ता दिल्ली से पधारे सीए अजय सिंघल, मधु बंसल एवं सीए अक्षित बंसल थे। शाखा द्वारा सभी का अपर्णा, स्मृति चिन्ह एवं मेवाड़ी पड़गी पहना कर स्वागत किया गया। सेंट्रल कौंसिल मेम्बर सीए दुर्गेश काबरा ने अपने व्यक्तव्य में बताया कि इंस्टिट्यूट द्वारा मल्टीपरपज फर्म का नया अध्यादेश सभी प्रक्टिसिंग मेम्बर्स के लिए फायदेमंद हैं। इंस्टिट्यूट द्वारा सभी जिलों व शहरो में विभिन्न स्कूल, कॉलेजों में निवेशक जागरूकता कार्यक्रम कराये जा रहे हैं जिस से शेयर मार्किट में हो रहे फ्रॉड से युवा पीढ़ी को जागरूक करने में सहायक है।
भीलवाड़ा शाखा ने भी इस कार्यक्रम में मार्च महीने में 10 कार्यक्रम करके देश के युवाओं को सचेत करने में सहयोग किया। प्रथम सत्र के वक्ता 34 वर्षों के अनुभवी दिल्ली से पधारे सीए अजय बंसल ने शेयर बाजार में इक्विटी निवेश में मौलिक विश्लेषण पर अपने विचार रखे। उन्होंने बताया इक्विटी में निवेश एक बहुत ही जटिल निर्णय है और किसी भी कंपनी के शेयर में निवेश करने से पहले कंपनी के बुनियादी एवं कारोबारी परिणाम, कंपनी जिस उद्योग में है उसकी और देश की व्यापक आर्थिक स्थिति का विश्लेषण करने के बाद ही निर्णय लेना चाहिए। निवेशक को सिर्फ इसलिए शेयरों में निवेश करने से बचना चाहिए क्योंकि किसी ने उसे ऐसा बताया है, जब तक कि वह व्यक्ति योग्य और क्षेत्र में अनुभवी न हो। अंततः यह आपकी मेहनत की कमाई और कर चुकाया हुआ पैसा है।
अगर शेयरों में निवेश सोच-समझकर किया जाए तो यह निवेशक द्वारा लगाई गई पूंजी पर काफी अच्छा लाभ हो सकता है। कभी-कभी अच्छे प्रमोटर की पृष्ठभूमि और कंपनी की अच्छी वित्तीय स्थिति के साथ एक छोटी कीमत वाला शेयर भी लंबी अवधि में आपके रिटर्न को कई गुना बढ़ा सकता है। द्वितीय सत्र के वक्ता मधु बंसल एवं सीए अक्षित बंसल ने शेयर की खरीद और बेच के लाभ और हानि के टैक्सेशन के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि शेयर ट्रेडिंग इनकम को बिजनेस इनकम या पूंजीगत लाभ के रूप में देखा जाना चाहिए, जो व्यक्ति के व्यावसायिक उद्देश्य पर निर्भर करता है।
साथ ही वक्ता ने इंट्रा डे ट्रेडिंग किस किस जरिए से की जाये व क्या सावधानी बरती जाये उसके बारे में बताया तथा टेक्निकल चार्ट को कैसे पढ़ा जाए समझाय। कार्यक्रम में सीए केसी अजमेरा, निर्मल खजांची, अरुण काबरा, संदीप सिंघवी, संदीप जैन, शाखा सचिव सीए मुरली अटल, दिनेश आगाल, निर्भीक गाँधी, पुनीत मेहता, विनीत जैन, अभिषेक डाड, रवि शारदा, प्रांजल जैन, विनोद तोषनीवाल, अशोक बोहरा, सीमा तोषनीवाल, दीपक आगाल सहित लगभग 100 सीए सदस्य उपस्थित थे।