
राजसमंद (Rajsamand) विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी ने कांग्रेस पार्टी द्वारा चलाए जा रहे “वोट चोर-गद्दी छोड़” अभियान की कड़ी आलोचना करते हुए इसे लोकतांत्रिक परंपराओं के विरुद्ध और संविधान के प्रति गंभीर अनादर बताया। उन्होंने कहा कि पराजय में कांग्रेस जनता को भड़काने और लोकतंत्र की प्रतिष्ठित संस्थाओं को बदनाम रही है।
विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने कहा कि कांग्रेस को जब-जब चुनावी हार का सामना करना पड़ा, तब-तब उसने चुनाव आयोग, ईवीएम और न्यायपालिका जैसी संवैधानिक संस्थाओं पर अविश्वास जताया। किंतु जब हिमाचल, कर्नाटक और तेलंगाना सहित अनेक राज्यों में कांग्रेस ने विजय प्राप्त की, तब उसे न चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर आपत्ति हुई और न ही इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि आज जब जनता ने कांग्रेस को स्पष्ट रूप से नकार दिया है, तब “वोट चोर” और “गद्दी छोड़” जैसे असंसदीय नारे लगाकर वह मतदाताओं के विवेक और उनके मताधिकार का अपमान कर रही है।
विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने स्पष्ट किया कि यह अभियान कांग्रेस की राजनीतिक विफलताओं को छिपाने और सहानुभूति अर्जित करने का प्रयास मात्र है। भड़काऊ नारों और भ्रामक प्रचार के माध्यम से कांग्रेस लोकतांत्रिक व्यवस्था को कमजोर करने, संविधान की गरिमा को आहत करने और सामाजिक सौहार्द को बाधित करने का कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि भारत का चुनाव आयोग विश्व की सर्वाधिक विश्वसनीय संस्थाओं में से एक है, जिस पर करोड़ों नागरिकों का अटूट विश्वास है। यहां तक कि सर्वोच्च न्यायालय ने भी ईवीएम आधारित चुनाव प्रणाली की निष्पक्षता पर अपना विश्वास व्यक्त किया है। ऐसे में कांग्रेस के निराधार आरोप केवल राष्ट्र के जनमत और लोकतांत्रिक परंपराओं को क्षति पहुंचाने वाले हैं।
विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी ने कहा कि राजस्थान की जनता कांग्रेस के झूठे आरोपों और अफवाहों से भ्रमित नहीं होने वाली है। जनता का लोकतांत्रिक संस्थाओं में विश्वास और आस्था सुदृढ़ है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सदैव सत्य, संविधान और राष्ट्र हित की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
रिपोर्ट – नरेंद्र सिंह खंगारोत
