आज यानी 20 अगस्त को देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) की 80वीं जयंती है। इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge), लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) समेत पार्टी के कई अन्य नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके योगदान को याद किया। राहुल और अन्य नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री के समाधि स्थल ‘वीर भूमि’ पर जाकर श्रद्धासुमन अर्पित किए।
राहुल गांधी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ पर लिखा, ”एक करुणामय व्यक्तित्व, सौहार्द और सद्भावना के प्रतीक…पापा, आपकी सीख मेरी प्रेरणा है, और भारत के लिए आपके सपने मेरे अपने – आपकी यादें साथ ले कर इन्हें पूरा करूंगा।”
एक करुणामय व्यक्तित्व, सौहार्द और सद्भावना के प्रतीक…
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 20, 2024
पापा, आपकी सीख मेरी प्रेरणा है, और भारत के लिए आपके सपने मेरे अपने – आपकी यादें साथ ले कर इन्हें पूरा करूंगा। pic.twitter.com/LFg6N43eZW
मल्लिकार्जुन खरगे ने ‘एक्स’ पर लिखा, ”आज देश सद्भावना दिवस मना रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री, राजीव गाँधी, भारत के महान सपूत थे। उन्होंने करोड़ों भारतीयों में आशा की किरण जगाई और अपने अभूतपूर्व योगदान से भारत को 21वीं सदी में पहुँचा दिया। मतदान की आयु घटाकर 18 वर्ष करना, पंचायती राज को मजबूत करना, दूरसंचार और आईटी क्रांति, कम्प्यूटरीकरण कार्यक्रम, निरंतर शांति समझौते, महिला सशक्तिकरण, सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम और समावेशी शिक्षा पर जोर देने वाली नई शिक्षा नीति जैसे उनके कई सुखद क़दम देश में परिवर्तनकारी बदलाव लाए। हम भारत रत्न, राजीव गाँधी जी को उनकी जयंती पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।”
आज देश सद्भावना दिवस मना रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री, राजीव गाँधी, भारत के महान सपूत थे। उन्होंने करोड़ों भारतीयों में आशा की किरण जगाई और अपने अभूतपूर्व योगदान से भारत को 21वीं सदी में पहुँचा दिया।
— Mallikarjun Kharge (@kharge) August 20, 2024
मतदान की आयु घटाकर 18 वर्ष करना, पंचायती राज को मजबूत करना, दूरसंचार और आईटी… pic.twitter.com/12nzfkSV9v
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर लिखा, आज राजीव गांधी 80 वर्ष के हो गए हैं। उनका राजनीतिक जीवन छोटा लेकिन बहुत महत्वपूर्ण रहा। मार्च 1985 के बजट में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी, जिसने आर्थिक नीति के प्रति नए दृष्टिकोण की शुरुआत की। 1991 के लोकसभा चुनावों के लिए घोषणापत्र, जिस पर उन्होंने अपनी दुखद हत्या से कुछ सप्ताह पहले लंबे समय तक काम किया था, ने जून-जुलाई 1991 के राव-मनमोहन सिंह सुधारों की नींव रखी। असम, पंजाब, मिजोरम और त्रिपुरा जैसे देश के अशांत क्षेत्रों में शांति समझौते उनकी उस राजनेता की वजह से संभव हो पाए, जिन्होंने राष्ट्रीय हित को अपनी पार्टी के तात्कालिक हितों से ऊपर रखा।’
रमेश ने आगे कहा, ‘उनके पास विज्ञान और प्रौद्योगिकी के सामाजिक अनुप्रयोगों के लिए एक दृष्टिकोण था, जो पेयजल आपूर्ति, टीकाकरण, साक्षरता, तिलहन उत्पादन और दूरसंचार और डेयरी विकास में प्रभावशाली प्रौद्योगिकी मिशनों में परिलक्षित हुआ। 1985 में, 165,000 गांवों की पहचान किसी भी पीने योग्य पानी के स्रोत तक आसान पहुंच नहीं होने के रूप में की गई थी। 1989 तक, इनमें से 162,000 गांवों को पीने के पानी का कम से कम एक सुरक्षित स्रोत प्रदान किया गया था। ओरल पोलियो वैक्सीन बनाने की सुविधाएँ स्थापित की गईं।’
रमेश ने आगे कहा, ‘भारत को सॉफ्टवेयर निर्यात में महाशक्ति बनाने की दिशा में पहला प्रत्यक्ष कदम उनके कार्यकाल के दौरान उठाया गया था। सी-डैक जैसी संस्थाएं जो आज देश को गौरवान्वित कर रही हैं, 1980 के दशक के अंत में स्थापित की गई थीं। राष्ट्रीय आवास बैंक और भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक जैसी वित्तीय संस्थाएं अस्तित्व में आईं। 1986 की नई शिक्षा नीति, जो प्रगतिशील मूल्यों पर आधारित थी, उसमें उनकी व्यक्तिगत छाप थी। आज के नवोदय विद्यालय इसी पहल से उभरे हैं। मतदान की आयु घटाकर 18 वर्ष कर दी गई और स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन को राष्ट्रीय युवा दिवस घोषित किया गया।’
रमेश ने आगे कहा, ‘हमारे संविधान का अनुच्छेद 243 निर्वाचित पंचायतों और नगरपालिकाओं को सशक्त बनाने के प्रति उनकी दृढ़ प्रतिबद्धता को श्रद्धांजलि है। आज, हमारे पास स्वशासन की इन संस्थाओं में 3 मिलियन से अधिक निर्वाचित प्रतिनिधि हैं, जिनमें से 40% से अधिक महिलाएँ हैं। आज हम न केवल एक प्रधानमंत्री को याद कर रहे हैं, बल्कि एक बहुत अच्छे और संवेदनशील इंसान को भी याद कर रहे हैं, जिन्होंने कोई दुर्भावना नहीं रखी, कोई प्रतिशोध की भावना नहीं दिखाई, कोई बदला नहीं लेना चाहा, कोई आडंबर और आत्म-प्रशंसा में लिप्त नहीं रहे, तथा आत्म-भ्रम के कोई गुण प्रदर्शित नहीं किए।’
Today is Rajiv Gandhi@80.
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) August 20, 2024
His was a short but very consequential political life.
The March 1985 Budget in which he played a key role heralded a new approach to economic policy. The manifesto for the 1991 Lok Sabha elections, on which he spent long hours a few weeks before his… pic.twitter.com/yHu97ZagSs
1944 में हुआ था राजीव गांधी का जन्म
बता दे, राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 को हुआ था। राजीव ने अपनी मां इंदिरा गांधी की हत्या के बाद कांग्रेस की बागडोर संभाली थी। उन्होंने प्रधानमंत्री के तौर पर 1984 से 1989 तक भारत का नेतृत्व किया था। वह भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री थे। 21 मई 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में एक चुनावी जनसभा के दौरान उग्रवादियों ने उनकी हत्या कर दी थी।