Barmer। जिला मुख्यालय पर स्वच्छता और सुंदरता को बढ़ावा देने के लिए नवो बाड़मेर अभियान के तहत शनिवार (28 जून, 2025) को कलेक्ट्रेट परिसर में व्यापक सफाई अभियान चलाया गया। इस दौरान विभागीय अधिकारियों,कर्मचारियों एवं पुलिस के जवानों ने श्रमदान करते हुए कलेक्ट्रेट परिसर की तस्वीर बदल दी। जिला कलेक्टर टीना डाबी के निर्देशानुसार शनिवार सुबह 6 बजे से अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह चांदावत और यूआईटी सचिव श्रवण सिंह राजावत के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट परिसर में सफाई अभियान में विभिन्न अधिकारियों, कर्मचारियों, पुलिस के जवानों एवं नगर परिषद के सफाई कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
इस दौरान न केवल परिसर की सफाई की गई, बल्कि नालों की गंदगी को भी साफ किया गया l इस अभियान में विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने सक्रिय रूप से हिस्सा लिया, जिसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जसा राम बोस, उपखंड अधिकारी वीरमाराम, तहसीलदार हुकमीचंद, कोषाधिकारी जसराज चौहान, जिला शिक्षा अधिकारी कृष्ण सिंह महेचा, भगवान बारूपाल, संस्थापन अधिकारी हस्तीमल राठौड़, अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी टील सिंह और प्रीतम सिंह शामिल थे। इसके अलावा विभिन्न विभागों के कर्मचारी और पुलिस के जवान भी इस अभियान में शामिल हुए, जिन्होंने मिलकर कलेक्ट्रेट परिसर को स्वच्छ बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।इस अभियान की खास बात यह थी कि इसमें अधिकारियों और कर्मचारियों ने एकजुट होकर कार्य किया l अधिकारियों और कर्मचारियों ने न केवल सफाई कार्य में हिस्सा लिया, बल्कि अपने कार्य के माध्यम से अन्य लोगों को स्वच्छता के प्रति प्रेरित किया।
जिला कलेक्टर टीना डाबी ने बताया कि कलेक्ट्रेट परिसर में सफाई अभियान के जरिए आमजन को यह संदेश देने का प्रयास किया गया कि बाड़मेर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए सभी विभागों और नागरिकों की सहभागिता आवश्यक है। स्वच्छता केवल सरकारी प्रयासों तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि इसे आमजन का आंदोलन बनाने के दृष्टिकोण के साथ कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित यह सफाई अभियान एक प्रेरणादायक उदाहरण है, जो अन्य सरकारी कार्यालयों और सार्वजनिक स्थानों पर भी इसी तरह की पहल को प्रोत्साहित करेगा। उन्होंने आम नागरिकों से अपील की कि वे अपने घरों, मोहल्लों और सार्वजनिक स्थानों को साफ रखें और कचरे का उचित निपटान करें।
सफाई अभियान की गतिविधियां सफाई अभियान के दौरान कलेक्ट्रेट परिसर के विभिन्न हिस्सों में गहन सफाई कार्य किया गया। परिसर में फैली गंदगी, कचरा और अनावश्यक सामग्री को हटाया गया। विशेष रूप से, परिसर के नालों की सफाई भी की गई l क्योंकि बरसात के मौसम में नालों में जमा गंदगी कई बार जल भराव का कारण बन जाती है। नालों की सफाई के लिए उपकरणों का उपयोग करते हुए यह सुनिश्चित किया कि पानी का प्रवाह सुचारू हो। कलेक्ट्रेट परिसर में बिखरे कचरे को एकत्रित कर ट्रैक्टर से बाहर भेजा गया। इस दौरान बगीचों और खुली जगहों को भी साफ किया गया,ताकि परिसर का सौंदर्य बढ़ाया जा सके।अधिकारियों ने यह भी सुनिश्चित किया कि सफाई कार्य व्यवस्थित और प्रभावी ढंग से हो, ताकि परिसर का हर कोना स्वच्छ और सुंदर दिखे।
स्वच्छता के प्रति जागरूकता का संदेश यह सफाई अभियान केवल कलेक्ट्रेट परिसर तक सीमित नहीं था, बल्कि इसका उद्देश्य समाज के अन्य वर्गों को भी स्वच्छता के प्रति प्रेरित करना था। अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेंद्र सिंह चांदावत के मुताबिक स्वच्छता एक सामूहिक जिम्मेदारी है और यदि सभी लोग अपने आसपास के क्षेत्र को साफ रखने में योगदान दें,तो बाड़मेर शहर को एक मॉडल सिटी के रूप में स्थापित करना संभव है। यूआईटी सचिव श्रवण सिंह राजावत के अनुसार नवो बाड़मेर अभियान के तहत नालों और जल निकासी व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए भी कार्य किए जा रहे हैं,ताकि बरसात के मौसम में जल भराव की समस्या से बचा जा सके।
रिपोर्ट – ठाकराराम मेघवाल