
जैसलमेर रियासत के महारावल जैसल द्वारा 1156 ईस्वी में बनवाए गए 869 वर्ष पुराने विश्व विख्यात जैसलमेर दुर्ग (Jaisalmer Fort) के प्रथम द्वार अखे प्रोल के राइट साइड में बने चुग्गा घर को नगरपरिषद आयुक्त लजपालसिंह सोढा द्वारा हटवाया जा रहा है। मंगलवार (10 जून, 2025) को शहर की जनता ने जैसलमेर आराध्य देव श्री लक्ष्मीनाथ जी के दर्शन करने जाते वक्त देखा तो उन्हें आश्चर्य हुआ।
नगरपरिषद द्वारा कार्रवाई गई खुदाई में दुर्ग की नीव दिखने लगी़ है ज्ञात रहे कि पूर्व में 2001 में इसी दीवार के समीप गिरी दीवार में एक इंसान की दब जाने से मृत्यु हो चुकी है फिर भी नगरपरिषद आयुक्त लजपालसिंह सोढा द्वारा जोखिम भरा कार्य बिना पुरातत्त्व विभाग की अनुमति के करवाया जा रहा है।
इस संबंध में नगरपरिषद आयुक्त लजपालसिंह सोढा ने बताया कि चुग्गा घर में तिरंगा लगा हुआ था जिसे हटाने की अनुमति केंद्रीय मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत से ली गई है अब चुग्गा घर हटाने की अनुमति पुरातत्त्व विभाग से लेने की आवश्यकता नहीं रही है।
नगरपरिषद कोई कमरा नहीं बना रही जिसकी पुरातत्त्व विभाग से परमिशन ली जाए। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के श्री प्रवीणसिंह ने बताया कि सोनार दुर्ग की अखेप्रोल के आगे कार्य करने की स्वीकृती विभाग द्वारा नगरपरिषद आयुक्त लजपालसिंह सोढा को नहीं दी गई है विभाग शीघ्र उचित कार्यवाही करेगा।
रिपोर्ट – कपिल डांगरा