
Pali। मानसून की पहली ही बारिश ने नगर निगम की तैयारियों की पोल खोलकर रख दी है। शहर के वार्ड नंबर 9 अंतर्गत विकास नगर, बाबा रामदेव कॉलोनी और न्यू प्रताप नगर जैसे रिहायशी इलाकों में रविवार को बारिश के बाद हालात बेकाबू हो गए। घरों के बाहर बरसाती पानी का जमाव हो गया, जिससे मोहल्लेवासियों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया। लोगों ने हालात को लेकर गहरा आक्रोश जताया और नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं।
बारिश के चलते कई जगह नालों का पानी सड़क पर फैल गया, जिससे पूरे इलाके में गंदगी और दुर्गंध फैल गई। मोहल्लेवासियों का आरोप है कि नालों की समय पर सफाई नहीं होने और जल निकासी व्यवस्था दुरुस्त न किए जाने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। सड़कों पर पानी भरे रहने से न सिर्फ पैदल चलने वाले नागरिकों को दिक्कत हो रही है, बल्कि दोपहिया वाहन चालकों को भी हादसे का खतरा बना हुआ है।
स्थानीय समाजसेवी जबर सिंह राजपुरोहित ने बताया कि उन्होंने बीते कई महीनों से प्रशासन और प्रभारी मंत्री को क्षेत्र में फैले अतिक्रमण, बंद पड़ी नालों की सफाई और बारिश पूर्व तैयारी को लेकर कई बार लिखित और मौखिक रूप से चेताया, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। अब जब मानसून की शुरुआत भर हुई है, तो हालात बद से बदतर हो गए हैं। यदि समय रहते जिम्मेदार विभागों ने आवश्यक कदम नहीं उठाए, तो आगामी दिनों में स्थिति और भी विकराल हो सकती है।
नागरिकों का कहना है कि नगर निगम को मानसून से पहले क्षेत्रवार साफ-सफाई, नालों की नियमित सफाई, अतिक्रमण हटाने और जल निकासी व्यवस्था को लेकर गंभीरता दिखानी चाहिए थी, लेकिन लापरवाही के चलते अब सामान्य बारिश में ही शहर की व्यवस्था चरमराने लगी है।
रिपोर्ट – रविन्द्र सोनी