
Barmer। बाड़मेर छात्र संघर्ष समिति के तत्वावधान में बुधवार (30 जुलाई, 2025) को जिला मुख्यालय पर आयोजित धरना-प्रदर्शन में शामिल होकर छात्रों को संबोधित करते हुए युवा नेता आजाद सिंह राठौड़ ने छात्रसंघ चुनाव बहाल करने की पुरजोर से मांग की। उन्होंने कहा कि छात्रसंघ चुनाव लोकतंत्र की स्वस्थ परंपरा का अभिन्न हिस्सा हैं। ये न केवल युवाओं को नेतृत्व का अवसर प्रदान करते हैं, बल्कि छात्रहितों की समस्याओं को सामने लाने का एक सशक्त मंच भी हैं।
राठौड़ ने कहा कि वर्तमान सरकार नई पीढ़ी की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है। जब स्कूल-कॉलेजों की स्थिति दयनीय है और छात्रों को मूलभूत सुविधाएं तक नहीं मिल रही हैं, तब छात्रसंघ चुनावों को रोकना न्यायसंगत नहीं है। छात्रों के मुद्दों पर प्रभावी और संगठित आवाज उठाने के लिए छात्रसंघ चुनावों का बहाल होना बेहद आवश्यक है। पूर्ववर्ती सरकार में सुरक्षा सहित कई कारणों से छात्रसंघ चुनावों को टाल दिया गया था, मगर वर्तमान में स्थितियां सामान्य है ऐसे में सरकार को छात्रसंघ चुनाव बहाल करने चाहिए।
आजाद सिंह राठौड़ ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार अपनी विफलताओं और सिस्टम की खामियों को छिपाने के लिए छात्र नेताओं के उभरने से डर रही है। उन्होंने कहा, “आज जब बारिश के चलते कई स्कूल-कॉलेज जर्जर हालत में हैं और छात्र भय के वातावरण में पढ़ाई कर रहे हैं कि कहीं झालावाड़ जैसी कोई घटना ना हो जाए, ऐसे में सरकार की शिक्षा के प्रति उदासीनता अत्यंत चिंताजनक है।”
धरना-प्रदर्शन के दौरान छात्रों द्वारा सरकार को सद्बुद्धि मिले इस उद्देश्य से सद्बुद्धि यज्ञ का आयोजन भी किया गया। इसके पश्चात जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर छात्रसंघ चुनाव शीघ्र कराने की मांग की गई। इस अवसर पर छात्रनेताओ सहित बड़ी संख्या में छात्र उपस्थित रहे।
रिपोर्ट – ठाकराराम मेघवाल