टोरंटो स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, खालिस्तान समर्थक प्रतिबंधित संगठन ‘सिख्स फॉर जस्टिस’ (SFJ) ने भारतीय कौंसुलर अधिकारियों की उपस्थिति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। संगठन ने इस प्रदर्शन को कनाडा में भारतीय राजनयिकों को डराने की एक कोशिश बताया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना की कड़ी निंदा की और एक पोस्ट में कहा, “मैं कनाडा में एक हिंदू मंदिर पर जानबूझकर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। यह भी उतना ही घृणित है कि हमारे राजनयिकों को डराने के लिए कायरतापूर्ण प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसे हिंसक कृत्य भारत के संकल्प को कभी भी कमजोर नहीं कर पाएंगे। हम कनाडा सरकार से उम्मीद करते हैं कि वह न्याय सुनिश्चित करेगी और कानून का शासन बनाए रखेगी।”
I strongly condemn the deliberate attack on a Hindu temple in Canada. Equally appalling are the cowardly attempts to intimidate our diplomats. Such acts of violence will never weaken India’s resolve. We expect the Canadian government to ensure justice and uphold the rule of law.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 4, 2024
कनाडा के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने ट्विटर पर कहा, “ब्रैम्पटन के हिंदू सभा मंदिर में आज हुए हिंसक कृत्य अस्वीकार्य हैं। हर कनाडाई को अपनी आस्था को स्वतंत्र और सुरक्षित रूप से प्रकट करने का अधिकार है। पील क्षेत्रीय पुलिस का धन्यवाद, जिन्होंने समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने और इस घटना की जांच में त्वरित कार्रवाई की।”
हालांकि, ट्रूडो ने खालिस्तान समर्थकों का कोई उल्लेख नहीं किया, लेकिन इस हिंसा की निंदा करते हुए उन्होंने समुदाय की सुरक्षा को प्राथमिकता देने का संदेश दिया।
यह घटना एक बार फिर कनाडा में धार्मिक हिंसा और भारतीय कूटनीतिक अधिकारियों के खिलाफ जारी विरोध प्रदर्शनों की बढ़ती गंभीरता को दर्शाती है।