
नई दिल्ली। स्किलहब ऑनलाइन गेम्स फेडरेशन (SOGF) ने अपने SOG ग्रैंडमास्टर्स सीरीज़ चैंपियनशिप का समापन बुधवार देर शाम गुरुग्राम (Gurugram) में हुआ, जिसमें भारतीय क्रिकेट के दिग्गज कपिल देव (Kapil Dev) और विश्व रैपिड शतरंज चैंपियन कोनेरु हम्पी (Koneru Humpy) ने भाग लिया और भारत में माइंड स्पोर्ट्स की बढ़ती लोकप्रियता की सराहना की। देश भर से 1,50,000 से अधिक प्रतिभागियों के रजिस्ट्रेशन के साथ, दो दिवसीय इस आयोजन ने शतरंज, ब्लाइंड शतरंज और रम्मी में शीर्ष प्रतिभाओं को एक मंच पर लाया, जो भारत के कौशल-आधारित गेमिंग क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह टूर्नामेंट 29 से 30 अप्रैल तक हयात रीजेंसी, गुरुग्राम में आयोजित हुआ, जिसमें कड़ी लेकिन सौहार्दपूर्ण प्रतिस्पर्धा देखने को मिली। मितराभा गुहा, शुभी गुप्ता, सौंदर्य कुमार प्रधान, सत्य और राकेश कुमार ने अपनी-अपनी श्रेणियों में जीत हासिल की। पुरस्कार वितरण हरियाणा के खेल मंत्री गौरव गौतम और कपिल देव ने किया।
प्रत्येक श्रेणी के शीर्ष तीन विजेताओं में, इंडियन चेस मास्टर्स (ICM) के पुरुष वर्ग में मितराभा गुहा विजेता रहे, जबकि नमितबीर सिंह वालिया प्रथम उपविजेता और गोपाल कृष्ण महेश्वरी द्वितीय उपविजेता बने। महिला वर्ग में शुभी गुप्ता ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, साची जैन प्रथम उपविजेता और दिया चौधरी द्वितीय उपविजेता रहीं। इंडियन चेस मास्टर्स फॉर ब्लाइंड (ICMB) के ईस्ट ज़ोन में सौंदर्य कुमार प्रधान विजेता बने, शौगत चौधरी प्रथम उपविजेता और पत्रा सुभेंदु कुमार द्वितीय उपविजेता रहे, वहीं नॉर्थ ज़ोन में सत्य ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, सौमेंद्र प्रथम उपविजेता और मयंक द्वितीय उपविजेता रहे। इंडियन रम्मी ग्रैंडमास्टर – नॉर्थ एवं ईस्ट जोन में राकेश कुमार विजेता बने, सचिन प्रथम उपविजेता और रवि कुमार द्वितीय उपविजेता रहे।
इस आयोजन की सफलता का जश्न मनाते हुए, भारत के दिग्गज क्रिकेटर कपिल देव ने पारंपरिक भारतीय खेलों के मानसिक विकास में महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “शतरंज और रम्मी जैसे खेल सिर्फ मनोरंजन नहीं हैं-ये संज्ञानात्मक व्यायाम हैं जो स्मृति बढ़ाते हैं, तनाव कम करते हैं और मानसिक दृढ़ता विकसित करते हैं।” विश्व रैंकिंग में नंबर 5 पर काबिज कोनेरु हम्पी ने भारत के वैश्विक शतरंज में भविष्य को लेकर आशावाद जताया। उन्होंने कहा, “हम एक स्वर्णिम युग देख रहे हैं। वर्ल्ड चैंपियन गुकेश और अन्य शीर्ष 10 खिलाड़ियों के साथ, भारत का शतरंज में भविष्य पहले से कहीं अधिक उज्ज्वल है।”
इस कार्यक्रम में हरियाणा के खेल मंत्री गौरव गौतम, कुश्ती गुरु सतपाल सिंह, हॉकी लीजेंड अशोक ध्यानचंद और इंटरनेशनल माइंड स्पोर्ट्स एसोसिएशन के सीईओ जेफ्री बोर्ग जैसी प्रतिष्ठित हस्तियों ने भी शिरकत की, जिससे आयोजन की राष्ट्रीय महत्ता और प्रतिष्ठा स्पष्ट हुई। SOGF के संस्थापक नंदन कुमार झा ने व्यापक दृष्टिकोण को रेखांकित करते हुए कहा, “यह चैंपियनशिप भारत में माइंड स्पोर्ट्स के प्रति बढ़ती रुचि का प्रमाण है। जेन – Z (GenZ) द्वारा प्रेरित और डिजिटल परिवर्तन से सशक्त, भारत में ईस्पोर्ट्स में 2020 से 2023 के बीच खिलाड़ियों की संख्या में 733% और टीमों में 108% की वृद्धि हुई है। SOGF में हमारा उद्देश्य इन खेलों को एक गंभीर, कौशल-आधारित अनुशासन के रूप में औपचारिक रूप देना और बढ़ावा देना है।”
SOG ग्रैंडमास्टर्स सीरीज़ भौतिक और डिजिटल (“फिजिटल”) प्रारूपों को मिलाकर सभी के लिए पहुंच, समानता और राष्ट्रीय पहचान सुनिश्चित करता है। भारत के खेल बाजार के 2030 तक 130 अरब डॉलर तक पहुंचने के अनुमान के साथ, SOGF की पहलें एक ऐसे भविष्य का निर्माण कर रही हैं जहाँ संज्ञानात्मक उत्कृष्टता को शारीरिक कौशल के साथ समान रूप से सम्मानित किया जाएगा।