सुप्रसिद्ध लोक गायिका और पद्म पुरस्कार से सम्मानित शारदा सिन्हा (Sharda Sinha) का मंगलवार (5 नवंबर, 2024) को 72 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। गायिका ने महापर्व छठ के पहले दिन दिल्ली के एम्स अस्पताल में आखिरी सांस ली। वे 11 दिनों से एम्स में भर्ती थीं और बीते छह वर्षों से ब्लड कैंसर से जूझ रही थीं। बीते दिनों शारदा सिन्हा की तबीयत खराब होने पर एम्स में भर्ती कराया गया था। उनके बेटे अंशुमन सिन्हा ने सोशल मीडिया पर मां शारदा सिन्हा की तस्वीर शेयर करते हुए निधन की जानकारी दी। उनके निधन से देशभर में शोक की लहर है।
बिहार की स्वर कोकिला के रूप में अपनी पहचान बनाने वाली शारदा सिन्हा के निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित तमाम दिग्गजों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। राष्ट्रपति ने शारदा सिन्हा के निधन पर शोक जताया और कहा कि उनका सुमधुर गायन अमर रहेगा। वही, प्रधानमंत्री ने गायिका के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि उनका जाना संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक्स पर लिखा, ”बिहार कोकिला के रूप में प्रसिद्ध गायिका डॉक्टर शारदा सिन्हा जी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। बिहारी लोक गीतों को मैथिली और भोजपुरी में अपनी मधुर आवाज़ देकर शारदा सिन्हा जी ने संगीत जगत में अपार लोकप्रियता पायी। आज छठ पूजा के दिन उनके मधुर गीत देश-विदेश में भक्ति का अलौकिक वातावरण बना रहे होंगे। उन्हें वर्ष 2018 में कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया था। उनका सुमधुर गायन अमर रहेगा। मैं उनके परिवारजन एवं प्रशंसकों के प्रति गहन शोक-संवेदना व्यक्त करती हूं।”
पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, ”सुप्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उनके गाए मैथिली और भोजपुरी के लोकगीत पिछले कई दशकों से बेहद लोकप्रिय रहे हैं। आस्था के महापर्व छठ से जुड़े उनके सुमधुर गीतों की गूंज भी सदैव बनी रहेगी। उनका जाना संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति।”
गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर लिखा, ”अपनी मधुर आवाज़ से पाँच दशकों से अधिक समय तक भारतीय संगीत को नई ऊँचाई देने वाली शारदा सिन्हा जी के निधन से अत्यंत दुःखी हूँ। बिहार कोकिला के रूप में प्रसिद्ध शारदा सिन्हा जी ने मैथिली और भोजपुरी लोकगीतों को जन-जन का कंठहार बनाया और पार्श्व गायिका के रूप में फिल्म जगत को मंत्रमुग्ध करतीं रहीं। पूर्वांचल के लोक संस्कार उनकी आवाज़ के बिना अधूरे लगते हैं। इस छठ महापर्व पर उनका स्वर भक्तों को निश्चय ही और भी भावुक करेगा। दुःख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएँ उनके परिजनों के साथ हैं। छठी मैया दिवंगत आत्मा को श्रीचरणों में स्थान दें। ॐ शांति शांति शांति।”
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक्स पर लिखा, ”बिहार कोकिला, पद्म श्री एवं पद्म भूषण से सम्मानित शारदा सिन्हा जी का निधन दुःखद। वे मशहूर लोक गायिका थीं। उन्होंने मैथिली, बज्जिका, भोजपुरी के अलावा हिन्दी गीत भी गाये थे। उन्होंने कई हिन्दी फिल्मों में भी अपनी मधुर आवाज दी थी। स्वर्गीय शारदा सिन्हा जी के छठ महापर्व पर सुरीली आवाज में गाए मधुर गाने बिहार और उत्तर प्रदेश समेत देश के सभी भागों में गूंजा करते हैं। उनके निधन से संगीत के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। उनकी आत्मा की चिर शांति तथा उनके परिजनों एवं प्रशंसकों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना है।”
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी शोक जताते हुए एक्स पर लिखा, ”प्रख्यात लोक गायिका, पद्म भूषण डॉ. शारदा सिन्हा जी का निधन अत्यंत दुःखद व संपूर्ण संगीत जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! उन्होंने अपने उत्कृष्ट पारंपरिक गायन के माध्यम से मैथिली, भोजपुरी सहित अनेक लोक भाषाओं और लोक संस्कृति की सेवा की तथा राष्ट्रीय पटल पर उन्हें सम्मान दिलाया। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा उनके शोकाकुल परिजनों एवं प्रशंसकों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ॐ शांति।”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक्स पर लिखा, ”श्रीमती शारदा सिन्हा जी के निधन से मुझे अत्यंत दुख हुआ है। वे एक बहुमुखी प्रतिभा की धनी लोक गायिका थीं जिन्होंने भोजपुरी भाषा को जन-जन के बीच लोकप्रिय बनाया। उनके गीतों को लोग लंबे समय तक याद रखेंगे। उनके निधन से लोक संगीत की दुनिया ने एक प्रभावी स्वर खो दिया है। दुःख की इस घड़ी में मैं उनके शोकाकुल परिवार एवं प्रशंसकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूँ। ॐ शान्ति।”
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक्स पर लिखा, ”बिहार कोकिला के नाम से मशहूर व पद्म विभूषण से सम्मानित, सुप्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा जी के निधन का समाचार दुःखद है। उन्होंने अपनी मधुर आवाज़ से भोजपुरी व मैथिली लोकगीतों को देश-विदेश में ख्याति दिलाई। ख़ासकर महापर्व छठ पर उनकी गायकी उनके श्रोताओं को ख़ूब याद आएगी। उनके परिवारजनों व प्रशंसकों को हमारी गहरी संवेदनाएं।”
आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर लिखा, ”लोक गायिका शारदा सिन्हा जी के निधन से लोकसंगीत ने एक अनमोल रत्न खो दिया है। उनकी मधुर आवाज़ हमेशा हम सबके बीच अमर रहेगी। उनकी पुण्यात्मा को छठी मइया अपने चरणों में स्थान दें और परिवार एवं उनके सभी चाहने वालों को इस कठिन समय में हिम्मत दें।”
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने एक्स पर लिखा, ”प्रसिद्ध लोकगायिका शारदा सिन्हा जी के निधन की खबर बहुत दुखद है। उन्होंने अपने संगीत से हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संजोने का काम किया। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें।”
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक्स पर लिखा, ”अपनी आवाज से छठ एवं अन्य त्योहारों को जीवंत करने वाली स्वर कोकिला आदरणीय श्रीमती शारदा सिन्हा जी के निधन की दुःखद खबर मिली। स्व शारदा जी नारी सशक्तिकरण की विराट मिसाल थीं। उनका चले जाना देश के लिए अपूरणीय क्षति है, जिसकी भरपाई शायद ही कभी पूरी हो पाएगी। छठी मइयां स्व शारदा जी की आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवारजनों को दुःख की यह विकट घड़ी सहन करने की शक्ति दे।”
बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक्स पर लिखा, ”बिहार की सुपुत्री पद्मश्री, पद्मविभूषण से सम्मानित सुप्रसिद्ध गायिका तथा अपनी मधुर आवाज़ एवं गीतों के माध्यम से छठ पूजा को जन-जन तक पहुँचाने वाली श्रीमती शारदा सिन्हा जी के निधन की दुखद सूचना मिली। ईश्वर से प्रार्थना कि वह दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा दुख की इस घड़ी में शुभचिंतकों व उनके परिवार को संबल और धैर्य प्रदान करें। उनकी मधुर आवाज़ हमेशा जीवित रहेंगी। उन्हें शत्-शत् नमन एवं विनम्र श्रद्धांजलि। ॐ शांति।”
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने एक्स पर लिखा, ”बिहार की शान व प्रसिद्ध लोकगायिका , विशेषतौर पर छठ मईया के गीत से मंत्रमुग्ध करने वाली आदरणीय श्रीमती शारदा सिन्हा जी के निधन की खबर सुनकर स्तब्ध हूं। कला के क्षेत्र में ये अपूर्णीय क्षति है , इनकी कमी को कोई पूरा नहीं कर सकता। छठ महापर्व के पावन मौके पर शारदा सिन्हा जी की कमी महसूस होगी। कल ही इनसे मेरी मुलाकात हुई, मेरी बात भी हुई थी, मैंने कहा भी था कि आप जल्द स्वस्थ होकर हमसब के बीच आएं,आपके बिना छठ पर्व अधूरा है। लेकिन ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था। ये भी क्या संयोग है कि छठ के लोकगीत से विख्यात शारदा सिन्हा जी का निधन आज छठ पूजा के प्रथम दिन ही हुआ। इनके मधुर स्वर के बिना छठ पर्व अधूरा सा लगेगा। छठ मईया उन्हें अपने श्रीचरणों में सर्वश्रेष्ठ स्थान दें और उनके शोकाकुल परिजनों को धैर्य प्रदान करें।”
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने एक्स पर लिखा, ”सुप्रसिद्ध लोक गायिका, बिहार कोकिला, भारतीय संस्कृति व परंपरा की अप्रतिम प्रतिनिधि ‘पद्मभूषण’ श्रीमती शारदा सिन्हा जी के निधन का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है। आपके मधुर स्वर में छठी मैया के आराधना गीत, समग्र विश्व में छठ महापर्व के व्रती व आमजनों को श्रद्धाभाव से परिपूर्ण करते हैं। शारदा जी का अवसान लोककला एवं संगीत जगत के लिये अपूरणीय क्षति है। भोजपुरी लोकगीतों का दुनियाभर से साक्षात्कार कराने एवं अपनी सुमधुर स्वर से लोक परंपराओं को जीवंत रखने में आपका अतुलनीय योगदान अविस्मरणीय है। भगवान भास्कर से प्रार्थना करता हूँ कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों स्थान दें व शोकाकुल परिजनों और प्रशंसकों को इस कठिन समय में धैर्य प्रदान करें। ॐ शांति।”
1952 को हुआ था शारदा सिन्हा का जन्म
शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर 1952 को बिहार के सुपौल जिले के हुलसा गांव में हुआ था। उनके पिता सुखदेव ठाकुर हेडमास्टर थे। शारदा सिन्हा की शादी ब्रजकिशोर सिन्हा से हुई थी। शारदा सिन्हा ने साल 1974 में पहली बार भोजपुरी गीत गाना शुरू किया। शारदा को छठ गीत ‘उगा हो सूरज देव’ से पहचान मिली। उन्होंने फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ के लिए गाना गाया, जो काफी हिट रहा। गौरतलब है कि शारदा सिन्हा अपने गाये छठ गीतों को लेकर काफी प्रसिद्ध रही हैं।