
पाली शहर (Pali City) के प्रसिद्ध लाखोटिया तालाब में गुरुवार सुबह एक बार फिर मछलियों के असामान्य व्यवहार से हड़कंप मच गया। चादर वाले बालाजी मंदिर के पीछे तालाब के तीसरे हिस्से में गंदे और केमिकलयुक्त पानी के मिल जाने की आशंका के बाद नगर निगम ने तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
स्थानीय नागरिकों की सूचना पर मौके पर पहुंची नगर निगम की टीम ने मछलियों को जाल से पकड़कर तालाब के स्वच्छ हिस्से में छोड़ा। दमकल विभाग ने ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए तालाब में ताजा पानी डाला। इस दौरान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल की टीम ने संदिग्ध जल के सैंपल लिए और उन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है। आशंका जताई जा रही है कि पास ही में चल रहे नाले के कार्य के दौरान फैक्ट्रियों से निकलने वाला केमिकलयुक्त पानी लीकेज के जरिये तालाब में मिल गया।
मौके पर मौजूद अधिकारियों ने बताया कि बरसात के पानी को डायवर्ट करने के लिए चल रहे निर्माण कार्य के दौरान मिट्टी खिसकने से गंदा पानी सीधे तालाब में चला गया। सुबह दाना डालने पहुंचे स्थानीय लोगों ने जब मछलियों को तड़पते और तालाब का पानी बदरंग देखा, तो स्थिति की जानकारी दी गई। इस पूरे मामले में नगर निगम आयुक्त के निर्देश पर टीमें तुरंत सक्रिय हुईं और स्थिति को संभालने के लिए मौके पर आवश्यक कार्रवाई की गई। फिलहाल तालाब की जल गुणवत्ता की रिपोर्ट का इंतजार है, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई तय होगी।
रिपोर्ट – रविन्द्र सोनी