कांग्रेस ने संजय निरुपम को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। पार्टी ने अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी बयानों की शिकायतों के बाद निरुपम को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया है। दरअसल, बुधवार (3 अप्रैल, 2024) को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम अपना इस्तीफा भेजने के बाद पार्टी ने निरुपम को निकाला। पार्टी से निष्कासित होने के बाद संजय निरुपम ने गुरुवार (4 अप्रैल, 2024) को प्रेस कांफ्रेंस कर सोनिया गांधी और राहुल गांधी समेत कई नेताओं पर जबरदस्त हमला बोला है।
संजय निरुपम कहा कि पहले कांग्रेस में एक पावर सेंटर हुआ करता था। इस समय कांग्रेस में पांच पावर सेंटर है। इन पांचों सेंटर में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल हैं। पांचों की अपनी लॉबी है जो आपस में टकराती रहती है। यह सब अपने प्रकार से राजनीति कर रहे हैं।
संजय निरुपम कहा कि कांग्रेस में वैचारिक द्वंद्व चल रहा है, इससे कार्यकर्ताओं में निराशा है। कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से बिखर गई है और दिशाहीन हो गई है। आने वाले वक्त में काफी कुछ खत्म हो जाएगा। कांग्रेस कहती है कि वो सेक्युलर पार्टी है। इसमें कुछ गलत नहीं। गांधीजी के सेक्युलरिज्म में किसी धर्म का विरोध नहीं था। नेहरूजी के सेकुलरिज्म में ये सही, ये गलत वाली बात थी।
संजय निरुपम कहा कि आज नेहरू के सेक्युलरिज्म की विचारधारा खत्म हो गई है। इसे मानने के लिए कांग्रेस तैयार नहीं है। इस विचारधारा को लेकर सबसे तेजी से लेफ्टिस्ट चल रहे हैं। वे खुद खत्म हो चुके हैं। ये लोग अयोध्या में राम के विराजमान होने का विरोध करेंगे। ये आस्था में विश्वास नहीं करते।
संजय निरुपम कहा कि कई लोगों को रामलला विराजमान के कार्यक्रम में बुलाया गया था। सभी ने सम्मान से कहा कि चिट्ठी मिली है, अगर फुर्सत मिली तो आ जाएंगे। किसी ने उत्सव पर सवाल नहीं उठाया। अकेली कांग्रेस ने चिट्ठी लिखी कि ये भाजपा का प्रचार है। उन्होंने राम के अस्तित्व को ही नकार दिया।
इससे पहले, संजय निरुपम ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ पर लिखा, ”ऐसा लगता है कि कल रात पार्टी को मेरा त्यागपत्र मिलने के तुरंत बाद उन्होंने मेरा निष्कासन जारी करने का निर्णय लिया। इतनी तत्परता देखकर अच्छा लगा।”
Looks like, immediately after the party received my resignation letter last night, they decided to issue my expulsion.
— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) April 4, 2024
Good to see the such promptness.
Just sharing this info.
I will give detail statement today between 11.30 to 12 PM pic.twitter.com/3Wil8OaxuE
बुधवार (3 अप्रैल, 2024) संजय निरुपम ने ‘एक्स’ पोस्ट में लिखा, ”कॉंग्रेस पार्टी मेरे लिए ज़्यादा ऊर्जा और स्टेशनरी नष्ट ना करे। बल्कि अपनी बची-ख़ुची ऊर्जा और स्टेशनरी का इस्तेमाल पार्टी को बचाने के लिए करे। वैसे भी पार्टी भीषण आर्थिक संकट के दौर से गुजर रही है। मैंने जो एक हफ़्ते की अवधि दी थी,वह आज पूरी हो गई है। कल मैं खुद फ़ैसला ले लूँगा।”
कॉंग्रेस पार्टी मेरे लिए ज़्यादा ऊर्जा और स्टेशनरी नष्ट ना करे।
— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) April 3, 2024
बल्कि अपनी बची-ख़ुची ऊर्जा और स्टेशनरी का इस्तेमाल पार्टी को बचाने के लिए करे।
वैसे भी पार्टी भीषण आर्थिक संकट के दौर से गुजर रही है।
मैंने जो एक हफ़्ते की अवधि दी थी,वह आज पूरी हो गई है।
कल मैं खुद फ़ैसला ले लूँगा।
जानकारी के मुताबिक, संजय निरुपम मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट से टिकट न मिलने से कांग्रेस पार्टी से नाराज थे। महाराष्ट्र में कांग्रेस, शिवसेना उद्धव और NCP शरद पवार महाविकास आघाडी गठबंधन में है। बता दे कि शिवसेना (यूबीटी) ने 27 मार्च अपने 17 उम्मीदवारों का ऐलान किया था।
उद्धव गुट ने मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट से अमोल कीर्तिकर को उम्मीदवार घोषित किया है। बताया जाता है कि राहुल गांधी ने निरुपम को यहां से टिकट मिलने का भरोसा दिया था। बता दे कि ईडी ने कोविड खिचड़ी घोटाले के संबंध में अमोल कीर्तिकर को समन जारी किया है।