
राजसमंद (Rajsamand) वंदे मातरम की 150 वीं वर्षगांठ पर आलोक स्कूल में महाराणा प्रताप सभागार में सभी विद्यार्थियों व शिक्षकों के सामूहिक रूप से सस्वर वंदे मातरम गायन व विभिन्न देशभक्ति भाव से परिपूर्ण साहित्यिक प्रस्तुतियों के साथ महाराणा प्रताप लिटरेरी वीक का समापन हुआ ।वंदे मातरम सामूहिक गान में प्रशासक मनोज कुमावत, प्राचार्य ललित गोस्वामी, सहायक प्रशासक ध्रुव कुमावत सहित सभी शिक्षक व विद्यार्थी उपस्थित रहे ।आलोक संस्थान के निदेशक डॉ प्रदीप कुमावत ने अपने संदेश में कहा कि अखिल भारतीय नववर्ष समारोह समिति, आलोक संस्थान, भारत विकास परिषद, आलोक इंटरेक्ट क्लब व विभिन्न समाज के संगठन ने मिलकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत सरकार से निवेदन किया है कि बंकिमचंद चटर्जी द्वारा रचित राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम की रचना 7 नवम्बर को गई थी । अतः 7 नवम्बर को वंदे मातरम जन्म जयंती के कारण इसे “वंदे मातरम दिवस” घोषित किया जाय तथा सार्वजनिक स्थानों पर एक निश्चित समय पर “वंदे मातरम” गायन की परंपरा का चलन पूरे देश मे देशभक्ति का भाव प्रबल करेगा ।प्राचार्य ललित गोस्वामी ने सभागार में बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा रचित गीत वंदे मातरम आजादी के आंदोलन के समय एक राष्ट्रीय तराना बन गया था । यह गीत उस समय राष्ट्रीय, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक व राष्ट्रप्रेम की भावना को प्रबल करने का प्रतीक बन गया । आनंदमठ उपन्यास में प्रकाशित इस गीत को राजनीतिक नारा मिला और पहली बार इसे गुरुदेव रवींद्रनाथ टेगौर ने कलकत्ता के राष्ट्रीय अधिवेशन में गाया । इस गीत ने क्रांतिकारियों को आजादी के आंदोलन में एक नया जोश व वतन के लिए मर मिटने का आह्वान किया । आज आजादी के बाद इसकी 150 वीं वर्षगांठ पर सामूहिक रूप से गायन करके हम देशप्रेम के भावों को महसूस करते है ।इस अवसर पर महाराणा प्रताप साहित्यिक सप्ताह के अंतिम दिन वंदे मातरम व देशभक्ति पूर्ण भावों से भरी कक्षा नर्सरी से बारहवीं तक के विद्यार्थियों ने स्टोरी टेलिंग, राष्ट्रीय महापुरुषों पर आधारित फैंसी फेस्ट, , क्विज कॉम्पिटिशन में उत्साह से भाग लिया । कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों ने फैंसी ड्रेस में राष्ट्रीय महापुरुषों में वीर शिवाजी, लक्ष्मीबाई, पद्मावती, महाराणा प्रताप, गांधी जी, सरदार पटेल, मंगल पांडे, सुभाषचन्द्र बोस, भगतसिंह, सहित देवी- देवताओं व भारतीय किसान, पुलिस, आर्मीमैंन,।डॉक्टर आदि की वेशभूषा पहनकर उन्हीं की स्टाइल में डायलॉग बोलकर प्रेरक संदेश दिया । इसी तरह कक्षा 6 से 8 के विद्यार्थियों स्टोरी टेलिंग में आजादी के आंदोलन व देशभक्तों से जुड़ी कहानियां सुनाई । कक्षा 9 से 12 के वर्ग में हाउस वाइज क्विज कॉम्पिटिशन में वंदे मातरम व राष्ट्रीय विषयों पर आधारित प्रश्न पूछे गए जिनके जवाब प्रतिभागियों ने बड़े उत्साह दिए । आठ राउंड में आयोजित प्रश्नोत्तरी में बच्चों से राष्ट्रीय स्मारक, महापुरुष, राष्ट्रीय गीत, सामान्य ज्ञान से जुड़े प्रश्न पूछे गए । कक्षा 3 से 5 में आयोजित राष्ट्रीय वेशभूषा प्रतियोगिता में भव्यराज सिंह, कृतिका, प्रांजल, निहारिका, जसमीत राज, गौरवी, दिग्विजय, रुद्राक्ष, कृष्णवीर, ध्रुवी, धारविका, दिलीशा व मनन ने अपनी बेहतरीन राष्ट्रीय महापुरुष पर आधारित प्रस्तुति देकर श्रेष्ठ स्थान बनाया । कक्षा 6 से 8 में इंग्लिश स्टोरी टेलिंग कॉम्पिटिशन में युवान गोस्वामी व नमन शाह – प्रथम, मनस्वी खत्री व शिरीन पालीवाल द्वितीय व ध्रुव चौबीसा व योगिता कुमावत ने तृतीय स्थान प्राप्त किया ।कक्षा 9 से 12 में आयोजित क्विज कॉम्पिटिशन में गीता सदन- प्रथम, पुराण सदन- द्वितीय व उपनिषद सदन – तृतीय स्थान पर रहे ।
रिपोर्ट – नरेंद्र सिंह खंगारोत
