भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने मंगलवार को मॉस्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Putin) से मुलाकात की और कहा कि भारत हमेशा अपने रूसी मित्रों के साथ खड़ा रहेगा और भविष्य में भी ऐसा ही करेगा। इस दौरान उन्होंने दोनों देशों के बीच दोस्ती को “सबसे ऊंचे पर्वत से भी ऊंचा और सबसे गहरे महासागर से भी गहरा” बताया।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इस बैठक में सिंह ने रूस के गर्म स्वागत और बेहतरीन व्यवस्था के लिए आभार व्यक्त किया और द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने इस साझेदारी के अपार संभावनाओं की सराहना करते हुए कहा कि संयुक्त प्रयासों से महत्वपूर्ण परिणाम प्राप्त होंगे। बैठक में रूस के रक्षा मंत्री एंड्री बेलोउसॉव भी उपस्थित थे।
राजनाथ सिंह रूस के तीन दिवसीय दौरे पर हैं, जिसमें उन्होंने भारत-रूस अंतर-सरकारी आयोग (IRIGC M&MTC) की बैठक भी की। इस बैठक में दोनों देशों के बीच सैन्य-तकनीकी सहयोग पर महत्वपूर्ण बातचीत हुई।
सूत्रों के अनुसार, सिंह ने रूस से S-400 ट्रायम्फ सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली के दो शेष यूनिट्स की आपूर्ति को जल्द पूरा करने की अपील की। सिंह ने ट्विटर पर कहा, “हमने दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों की पूरी समीक्षा की और सहयोग को और गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की। हम भारत-रूस विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
रूस में भारतीय दूतावास ने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य भारत-रूस रक्षा सहयोग को और बढ़ाना है, जो दोनों देशों की विशेष और रणनीतिक साझेदारी के अनुरूप है।
इससे पहले, क्रेमलिन ने जानकारी दी थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा की तैयारियाँ चल रही हैं, जो 2025 की शुरुआत में हो सकती है।