
बाड़मेर जिला कलेक्टर टीना डाबी (Tina Dabi) की अध्यक्षता में मार्च माह के तीसरे गुरूवार को अटल सेवा केन्द्र में जिला स्तरीय जनसुनवाई का आयोजन हुआ। इस दौरान जिला कलेक्टर ने आम लोगों की समस्याएं सुनीं और सम्बंधित अधिकारियों को समाधान करने के त्वरित निर्देश दिए। इस जनसुनवाई में उपखंड अधिकारी, तहसीलदार और ब्लॉक स्तरीय अधिकारी सम्बंधित ब्लॉक के सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग एवं संचार विभाग के वीसी कक्ष से वीडिया कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े।
इस ज़िला स्तरीय जनसुनवाई में 153 परिवाद प्राप्त हुए। इनमें ज्यादातर प्रकरण नगरपरिषद् के पट्टों, रास्तों या सार्वजनिक भवनों व भूखंडों पर अतिक्रमण, सड़क बनाने या क्षतिग्रस्त सड़क को ठीक करवाने, रास्ता खुलवाने, विद्युत कनेक्शन, पानी के कनेक्शन और पंचायती राज से जुड़े हुए थे। इन प्रकरणों पर जिला कलक्टर ने सम्बंधित विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर उनके त्वरित समाधान के निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर को कई परिवादियों ने आदान अनुदान उपलब्ध नहीं होने का परिवाद प्रस्तुत किया, जिस पर उन्होंने सम्बंधित को तत्काल आदान अनुदान उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही जलजीवन मिशन में पानी की पाइन लाइन नहीं बिछाने, रास्तों से अतिक्रमण हटाने, राजकीय विद्यालय की बाउंड्री वॉल का अतिक्रमण के प्रकरण प्राप्त हुए। धोरीमन्ना के भीमतल से आए एक परिवादी ने रास्ता बंद होने का परिवाद प्रस्तुत किया, जिस पर जिला कलक्टर ने एडीएम को वहां जाकर रास्ता खुलवाने के निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर टीना डाबी ने कहा कि सरकार द्वारा जनसुनवाई के लिए त्रिस्तरीय व्यवस्था लागू की गई है। इसके अन्तर्गत प्रथम गुरूवार को ग्राम पंचायत, द्वितीय गुरूवार को उपखण्ड तथा तृतीय गुरूवार को जिला स्तर पर जनसुनवाई होती इन प्रकरणों को निस्तारण के लिए सम्बन्धित विभागों को अग्रेसित किया गया।
जिला कलेक्टर टीना डाबी ने कहा कि कुछ मामलों में निचले स्तर पर हुई कार्रवाई से परिवादी पूरी तरह से संतुष्ट नहीं होता है। इसलिए वह जिला स्तर पर होने वाली जनसुनवाई में अपनी समस्या रखता है। यहां सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहते हैं और हाथों-हाथ संबंधित अधिकारी को प्रकरण से अवगत कराया जाता है। नियमानुसार फरियादी की समस्या का समाधान भी किया जाता है। जनसुनवाई की वीसी के माध्यम से मुख्य सचिव सुधान्शु पन्त द्वारा मॉनिटरिंग भी की गई।
इस जनसुनवाई में जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि कुमार, अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेन्द्रसिंह चांदावत, नगर परिषद् के आयुक्त श्रवणसिंह राजावत, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जस्साराम बोस, उपखंड अधिकारी वीरमाराम सहित पंचायती राज, जलदाय, विद्युत, सामाजिक न्याय, पीडब्ल्यूडी, महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य, पशुपालन, कृषि, सहकारिता, शिक्षा, जल संसाधन, आयुर्वेद और रोडवेज विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी शामिल थे।