
जामनगर में रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने वन्यजीव बचाव, पुनर्वास और संरक्षण केंद्र ‘वंतारा’ का उद्घाटन किया। यह केंद्र रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) और रिलायंस फाउंडेशन द्वारा स्थापित किया गया है।
यह केंद्र 2,000 से अधिक प्रजातियों और 1.5 लाख से अधिक दुर्लभ एवं संकटग्रस्त वन्यजीवों का आश्रयस्थल है। एक वीडियो में प्रधानमंत्री मोदी को शेर के शावकों, ओकापी, जिराफ, मछलियों, हाथियों और अन्य प्रजातियों को खाना खिलाते हुए देखा गया। इस वीडियो में 3,500 एकड़ क्षेत्रफल में फैले चीता संरक्षण परियोजना का भी उल्लेख किया गया, जिसे दुनिया की सबसे बड़ी चीता संरक्षण परियोजना बताया गया है।
प्रधानमंत्री ने ओकापी को सहलाया, चिम्पांज़ियों का अवलोकन किया, जिन्हें पहले पालतू जानवर के रूप में रखा गया था, और ओवरक्राउडेड स्थान से बचाए गए ओरंगुटान से भी मुलाकात की। उन्होंने पानी के भीतर हिप्पोपोटामस, मगरमच्छों को देखा, ज़ेब्रा के बीच पैदल भ्रमण किया, जिराफ और गैंडे के बच्चे को खिलाया। वन-सींग वाले गैंडे का यह बच्चा अनाथ हो गया था क्योंकि उसकी माँ की मृत्यु हो गई थी।
प्रधानमंत्री मोदी के साथ रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी, उनकी पत्नी नीता अंबानी और उनके पुत्र अनंत अंबानी भी मौजूद थे। अनंत अंबानी ने प्रधानमंत्री को पूरे केंद्र का भ्रमण कराया। हाल ही में केंद्र सरकार ने ‘वंतारा’ को ‘प्राणी मित्र’ राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया, जो पशु कल्याण के क्षेत्र में भारत का सर्वोच्च सम्मान है। यह पुरस्कार ‘कॉर्पोरेट’ श्रेणी में प्रदान किया गया और इसमें राधे कृष्ण मंदिर एलिफेंट वेलफेयर ट्रस्ट (RKTEWT) की असाधारण सेवाओं को मान्यता दी गई है।
प्रधानमंत्री ने वन्यजीव अस्पताल का भी दौरा किया, जहां उन्होंने एशियाई शेर के शावक, कराकल शावक, बादलदार तेंदुआ शावक और सफेद शेर के शावक को खिलाया। बयान के अनुसार, सफेद शेर का यह शावक वंतारा में जन्मा था, क्योंकि उसकी माँ को बचाव कर यहां लाया गया था।
केंद्र में कराकल बिल्ली की कैद में प्रजनन कर इसे संरक्षित किया जाता है और बाद में इन्हें जंगल में छोड़ा जाता है। प्रधानमंत्री ने अस्पताल के एमआरआई कक्ष का भी दौरा किया, जहां एक एशियाई शेर का एमआरआई किया जा रहा था। उन्होंने ऑपरेशन थियेटर में एक तेंदुए की जीवनरक्षक सर्जरी भी देखी, जिसे सड़क दुर्घटना के बाद बचाया गया था।
प्रधानमंत्री ने गोल्डन टाइगर, स्नो टाइगर (जो सर्कस से बचाए गए थे), अजगर, दो सिर वाले साँप, दो सिर वाले कछुए, टैपिर, खेतों में छोड़े गए तेंदुए के शावकों, विशाल ऊदबिलाव, बोन्गो (एक प्रकार का हिरण) और सील सहित विभिन्न प्रजातियों को देखा।
इस केंद्र में स्थित हाइड्रोथेरेपी पूल हाथियों की गठिया और पैरों की समस्याओं के उपचार में सहायक हैं। प्रधानमंत्री ने यहाँ स्थित विश्व के सबसे बड़े हाथी अस्पताल का भी निरीक्षण किया और केंद्र में बचाए गए तोतों को उड़ने के लिए मुक्त किया।