पाली जिले के चर्चित रेखा परिहार (Rekha Parihar) प्रकरण में अब जनप्रतिरोध का चेहरा और तेज हो गया है। सोमवार (16 जून, 2025) को कांग्रेस नेताओं के साथ सर्व समाज के लोगों ने एकजुट होकर जिला कलेक्ट्रेट के बाहर धरना दिया और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए चिकित्सक डॉ. रमेशचंद्र की तत्काल गिरफ्तारी, निलंबन और पाली जिले से बाहर से निष्पक्ष जांच की मांग की। धरने के दौरान प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन शीघ्र कार्रवाई नहीं करता तो आमरण अनशन शुरू किया जाएगा।
क्या है पूरा मामला?
यह मामला 5 जून की रात सामने आया, जब कांग्रेस महिला मोर्चा की पूर्व जिलाध्यक्ष रेखा परिहार को तबीयत खराब होने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बूसी लाया गया। आरोप है कि अस्पताल में तैनात डॉ. रमेशचंद्र मौके पर मौजूद नहीं थे और बार-बार बुलाने पर हाफ पैंट पहनकर पहुंचे तथा कथित रूप से महिला के साथ जातिसूचक गालियां, अशोभनीय भाषा और मारपीट की। इस घटना का एक मोबाइल वीडियो भी वायरल हो चुका है।
इस मामले में पुलिस थाना गुड़ा एन्दला में एफआईआर संख्या 103/2025 के तहत एससी/एसटी एक्ट सहित गंभीर धाराओं में मामला दर्ज है। डॉक्टर को सीएमएचओ कार्यालय से निलंबित कर दिया गया है। दूसरी ओर डॉक्टर रमेशचंद्र ने भी अगले दिन एफआईआर संख्या 104/2025 में रेखा परिहार और अन्य के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसे पीड़िता पक्ष ने झूठा और दबाव बनाने वाला बताया है।
कलेक्ट्रेट पर आयोजित धरने को कांग्रेस जिलाध्यक्ष अजीज दर्द, पूर्व विधायक खुशवीरसिंह जोजावर, रेखा परिहार, महावीरसिंह सुकरलाई, नीलम बिड़ला, जीवराज बोराणा और पोपट पटेल सहित कई नेताओं ने संबोधित किया। सभी ने एक स्वर में कहा कि ऐसे डॉक्टर का अस्पताल में बने रहना आमजन की सुरक्षा के साथ अन्याय है।
प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि डॉक्टर रमेशचंद्र को अविलंब गिरफ्तार किया जाए व एफआईआर संख्या 103/2025 और 104/2025 की निष्पक्ष जांच पाली से बाहर किसी वरिष्ठ अधिकारी से करवाई जाए और सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को जांच में पुख्ता सबूत माना जाए।
निष्पक्षता पर सवाल
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पीड़िता के बयान, गवाहों की गवाही और डिजिटल सबूत मौजूद होने के बावजूद अब तक कार्रवाई में ढिलाई चिंता का विषय है। उनका आरोप है कि डॉक्टर द्वारा बाद में दर्ज करवाई गई रिपोर्ट केवल जांच को भ्रमित करने और दबाव बनाने की मंशा से की गई।
ज्ञापन सौंपने के बाद कांग्रेस की पूर्व महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष रेखा परिहार ने साफ कहा कि अगर शीघ्र ही 20 जून तक कार्रवाई नहीं हुई और मुझे न्याय नहीं मिलता तो मै आमरण अनशन पर बैठूंगी।
रिपोर्ट – रविन्द्र सोनी