पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी, नवजोत कौर सिद्धू (Navjot Kaur Sidhu), को उनके स्टेज 4 कैंसर रिकवरी को लेकर किए गए विवादास्पद दावों पर 850 करोड़ रुपये का कानूनी नोटिस भेजा गया है। सिद्धू ने दावा किया था कि उन्होंने मुख्य रूप से एक सख्त आयुर्वेदिक आहार और इंटरमिटेंट फास्टिंग जैसी प्रथाओं के माध्यम से कैंसर को हराया। उनका कहना था कि इस आहार से कैंसर कोशिकाओं को भूखा किया गया, डिटॉक्सिफिकेशन को बढ़ावा मिला और इम्युनिटी में सुधार हुआ।
हालांकि, विशेषज्ञों ने इन दावों की आलोचना की है और कहा कि इनमें कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। AIIMS और टाटा मेमोरियल अस्पताल जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के डॉक्टरों ने स्पष्ट किया कि आहार कैंसर के पारंपरिक इलाज के साथ सहायक हो सकता है, लेकिन इसे इलाज का विकल्प नहीं माना जा सकता। बाद में यह भी स्पष्ट हुआ कि उनकी रिकवरी में सर्जरी, कीमोथेरेपी, हार्मोनल और टार्गेटेड थेरपीज शामिल थीं, जिनके साथ आहार का पालन किया गया था।
सिद्धू के बयान ने स्वास्थ्य समुदाय में विवाद को जन्म दिया, और विशेषज्ञों ने इस तरह के बिना प्रमाणित उपचारों को बढ़ावा देने से सावधानी बरतने की सलाह दी है। कानूनी नोटिस में इन दावों के सार्वजनिक स्वास्थ्य पर संभावित प्रभाव पर भी स्पष्टीकरण की मांग की गई है।