
थार नगरी बाड़मेर (Barmer) राजस्थान के पश्रिमी बाड़मेर जिले में स्थित गडरा रोड, भारत-पाकिस्तान की सीमा के नजदीक बसा एक ऐतिहासिक स्थल है। जो 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान रेलवे के 17 वीर जवानों की शहादत का गवाह बना। हर साल 9 सितंबर को यहां शहीद स्मारक पर मेला आयोजित किया जाता है। जहां देशभर से लोग पहुंचकर इन वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। युद्ध के बीच रेलकर्मियों का अद्भुत शौर्य गडरारोड के निकट ट्रेन सेना के लिए रसद सामग्री लेकर सीमा की ओर बढ़ रही थी। तभी पाक सेना ने ट्रेन पर बमबारी शुरू कर दी। रेलकर्मियों ने प्राणों की परवाह न करते हुए पटरियों को दुरुस्त किया और जलती हुई ट्रेन को सीमा तक पहुंचाया। इस दौरान 17 रेलकर्मियों ने प्राण न्योछावर कर दिए।
इन कर्मचारियों ने दी शहादत
1 नंदराम, गैंगमेट 2 मुल्तानाराम्, पेंटर 3 भंवरा, काटेवाला 4 करना ट्रोलीमैन 5 माला रुपाराम गैंगमैन 6 हूमाराम, खलासी 7 मधा, गैंगमैन 8 रावता, गैंगमैन 9 हुकमा गैंगमैन 10 लाला, अगंदा गैंगमैन 11 चिमा गैंगमैन 12 सीमराज, गैंगमैन 13 देवी सिंह, खलासी
14 जेहा, गैंगमैन 15 चुन्नीलाल, ड्राइवर 16 चिमन सिंह, फायरमैन 17 माधे सिंह फायरमैन। पश्चिमी राजस्थान के बाडमेर जिले के गडरारोड़ रेलवे शहीद मेला आज अनुराग त्रिपाठी डीआरएम जोधपुर, मंडल मंत्री मनोज परिहार सहित कई अधिकारी ने श्रद्धांजलिअर्पित की गडरारोड, 1965 के भारत-पाक के युद्ध के दौरान 9 सितम्बर को गडरारोड में शहीद हुए रेल कर्मचारियो की याद मे हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी आज मंगलवार को नार्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाईज यूनियन शाखा बाड़मेर द्धारा गडरारोड मे शहीद मेले का आयोजन हुआ। शाखा सचिव गजेंद्रसिंह सियाग ने बताया कि सुबह 11:30 बजे गडरारोड-गागरिया रेल्वे स्टेशनो के मध्य बने शहीद हुए 17 रेल कर्मचारियो को श्रद्धांजली अर्पित की इसके बाद 11:45 बजे गडरारोड रेलवे स्टेशन पर श्रद्धांजली सभा का आयोजन किया गया।
रिपोर्ट ठाकराराम मेघवाल