बाड़मेर जिला मुख्यालय के नजदीक शिवकर के रहने वाले रामाराम माली (Rama Ram Mali) केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की 139 वीं वाहिनी मेँ हवलदार के पद पर कार्यरत थे, अभी वे चितूर स्थित ट्रेनिंग सेंटर मेँ अपने सेवाएं दे रहे थे 20 मई, 2025 की को ऑन ड्यूटी उनकी अचानक तबियत खराब होने से आकस्मिक निधन हो गया, जिनका पार्थिव शरीर बाड़मेर पहुंचा और बाड़मेर से सेकड़ों लोगों के साथ तिरंगा रैली निकालकर उनके गाँव मेँ राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
शिवकर के सरपंच प्रतिनिधि अर्जुन माली ने बताया की रामाराम माली के आकस्मिक निधन की खबर सुनते ही पूरे गाँव मेँ शोक की लहर दौड़ गयी, वहीँ गाँव वासियों को फक्र भी हुआ की उनके गाँव के बेटे ने देश सेवा मेँ रहते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। उनका शिवकर स्थित श्मशान घाट मेँ अंतिम संस्कार किया गया।
देशभक्तिमय हुई थार नगरी
जैसे ही वीर जवान रामाराम माली का पार्थिव शरीर बाड़मेर पहुंचा उपस्थित सेकड़ों लोगों ने भारत माता की जय, रामाराम अमर रहे, वन्देमातरम के नारों से शहर को गुंजायमान कर दिया इस दौरान भाजपा नेता स्वरुपसिंह खारा, कांग्रेस नेता आजादसिंह, पूर्व सभापति दीपक माली, माली समाज के अध्यक्ष दमाराम माली और थार के वीर संस्थान के संयोजक रघुवीरसिंह तामलोर ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
तिरंगा रैली मेँ दिखा देशप्रेम
जैसे ही सदर थाने के आगे से शिवकर के लिए पार्थिव शरीर रवाना हुआ सेकड़ों मोटर साईकिल और गाड़ियों के काफ़िले मेँ सेकड़ों लोग नारे लगाते हुए वीर जवान रामाराम माली के निवास तक पहुंचे जिनका जोश देखने लायक था।
वीरांगना और बेटे बोले गर्व हैं हमें
जैसे ही पार्थिव शरीर वीर जवान रामाराम के घर पहुंचा वहां माहौल ग़मगीन हो गया, लेकिन इस बीच वीराँगना रेशमा देवी ने अपने पति को सेल्यूट कर नमन किया। वहीं बेटे राहुल, दिलीप और अर्जुन ने भी अपने पिता पर गर्व होने की बात कहते हुए सीआरपीएफ अधिकारीयों की तरफ से प्रदान किये गए तिरंगे को भी सेल्यूट किया। इस दौरान सीआरपीएफ अधिकारियो, जवानों और थार के वीर संस्थान के संयोजक रघुवीरसिंह तामलोर ने परिवार का मनोबल बढ़ाया।
ये रहे मौजूद
इस दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता पुरषोत्तम माली,सरपंच विशनाराम कड़वासरा,सुरेन्द्र कुमार माली, पूर्व सरपंच प्रतिनिधि खंगारसिंह शिवकर, दिलीप भाटी गजेंद्र माली,केवला राम माली,बाबूलाल भाटी,जेठाराम माली, लक्ष्मण माली, मनोज माली, ताराराम माली सहित सेकड़ों लोग मौजूद रहे।
रिपोर्ट – ठाकराराम मेघवाल