Mukhtar Ansari Death: नही रहा माफिया डॉन मुख्तार अंसारी, हार्ट अटैक से हुई मौत

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Image Source : Social Media

उत्तर प्रदेश के माफिया डॉन और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि हार्ट अटैक के चलते मुख्तार अंसारी का निधन हो गया। खबरों की माने तो यूपी की बांदा जेल में अचानक मुख्तार अंसारी की तबीयत बिगड़ गई थी।

इसके बाद उसे फौरन बांदा जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान मुख्तार ने दम तोड़ दिया। डॉक्टरों की टीम ने उसे बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन बचा नहीं सके। खबरों के मुताबिक, मुख्तार के पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी कराई जाएगी। पोस्टमार्टम के बाद मुख्तार के पुत्र उमर को शव सौंपा जाएगा।

बता दे कि मुख्तार की मौत के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अधिकारियों के साथ देर रात तक मीटिंग की। राज्य में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। इसे देखते हुए पूरे यूपी में अलर्ट जारी किया गया है। कई जिलों में धारा 144 लागू कर दिया गया है। सभी जिलों में पुलिस का पहरा बढ़ गया है। वही, मुख्तार की मौत से जुड़ी खबर आने के बाद से ही विपक्षी नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आने लगी है।

यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल : अखिलेश यादव

समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ पर ट्वीट करते हुए लिखा, ”हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा:

थाने में बंद रहने के दौरान
जेल के अंदर आपसी झगड़े में
⁠जेल के अंदर बीमार होने पर
न्यायालय ले जाते समय
अस्पताल ले जाते समय
अस्पताल में इलाज के दौरान
झूठी मुठभेड़ दिखाकर
झूठी आत्महत्या दिखाकर
किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर

ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं। जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं। उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।”

उच्च-स्तरीय जाँच जरूरी : मायावती

BSP सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”मुख़्तार अंसारी की जेल में हुई मौत को लेकर उनके परिवार द्वारा जो लगातार आशंकायें व गंभीर आरोप लगाए गए हैं उनकी उच्च-स्तरीय जाँच जरूरी, ताकि उनकी मौत के सही तथ्य सामने आ सकें। ऐसे में उनके परिवार का दुःखी होना स्वाभाविक। कुदरत उन्हें इस दुःख को सहन करने की शक्ति दे।”

शिवपाल सिंह यादव ने दी श्रद्धांजलि

समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता शिवपाल सिंह यादव ने मुख्तार अंसारी को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ पर ट्वीट करते हुए लिखा, ”पूर्व विधायक श्री मुख्तार अंसारी जी का निधन दुःखद है। ईश्वर दिवंगत की आत्मा को शांति प्रदान करें और शोक संतप्त परिजनों को इस असीम दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। भावपूर्ण श्रद्धांजलि!”

प्रथम दृष्टया ये न्यायोचित और मानवीय नहीं लगता: तेजस्वी यादव

राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ”यूपी से पूर्व विधायक श्री मुख्तार अंसारी के इंतकाल का दुःखद समाचार मिला। परवरदिगार से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति तथा शोकाकुल परिजनों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें। कुछ दिन पूर्व उन्होंने शिकायत की थी कि उन्हें जेल में जहर दिया गया है फिर भी गंभीरता से नहीं लिया गया। प्रथम दृष्टया ये न्यायोचित और मानवीय नहीं लगता। संवैधानिक संस्थाओं को ऐसे विचित्र मामलों व घटनाओं पर स्वत: संज्ञान लेना चाहिए।”

मुख्तार अंसारी की सांस्थानिक हत्या : पप्पू यादव

बिहार के नेता पप्पू यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, “पूर्व विधायक मुख़्तार अंसारी जी की सांस्थानिक हत्या। कानून, संविधान, नैसर्गिक न्याय को दफन कर देने जैसा है।”

स्वामी प्रसाद मौर्य ने बताया अस्वाभाविक मौत

मुख्तार अंसारी की मौत पर पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”यह स्वाभाविक मौत नहीं हत्या की शाजिस प्रतीत होती है, पहले डाक्टरो की पैनल ने अस्पताल से डिस्चार्ज किया और कुछ घंटो बाद ही उनकी मौत, पारिवारिजनों द्वारा लगाए गये हत्या की साजिश की पुष्टि करती है। अतः पूरे घटना क्रम की जांच मा. उच्च न्यायालय की देखरेख में होना चाहिए यहाँ तक कि पोस्टमार्टम भी मा. उच्च न्यायालय के किसी जज के अभिरक्षण में ही किया जाना चाहिए, जिससे कि न्याय का गला घोटने वालों का चेहरा बेनक़ाब हो सके तथा थानो, जेलों, पुलिस अभिरक्षण में साजिशन किये जा रहे इस प्रकार के हत्याओं के फैशन पर विराम लग सके।”

तेज प्रताप ने भी जताया दुख

बिहार सरकार में पूर्व मंत्री और राजद विधायक तेज प्रताप यादव ने भी मुख्तार अंसारी के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ”यूपी के पूर्व विधायक श्री मुख्तार अंसारी के इंतकाल का दुःखद समाचार मिला। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति दे तथा शोकाकुल परिजनों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।”

असदुद्दीन ओेवैसी ने बोला हमला

मुख्तार अंसारी के निधन पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने जोरदार हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”मुख्तार साहब ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया था कि उन्हें ज़हर दिया गया था। बावजूद इसके, सरकार ने उनके इलाज पर तवज्जोह नहीं दिया। निंदनीय और अफसोसजनक।”

मुख्तार के मेडिकल बुलेटिन में डॉक्टरों ने दी जानकारी

मेडिकल बुलेटिन में बताया गया कि शाम लगभग 8:25 बजे सिध्ददोष/ विचारधीन बंदी मुख्तार अंसारी पुत्र सुभानल्लाह उम्र लगभग 63 वर्ष को जेल कर्मियों द्वारा रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज, बांदा के आकस्मिक विभाग में उल्टी की शिकायत एवं बेहोशी की हालत में लाया गया। मरीज को 9 डॉक्टर्स की टीम द्वारा तत्काल चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराई गई। परंतु भरसक प्रयासों को बावजूद कार्डियक अरेस्ट के कारण मरीज की मृत्यु हो गई।

वही, माफिया मुख्तार अंसारी के परिवार ने आरोप लगाया है कि बांदा जेल में खाने में जहर दिया गया। मुख्तार के बेटे उमर अंसारी ने बांदा के जिलाधिकारी को पत्र लिखकर मांग की है कि उनके पिता का पोस्टमॉर्टम दिल्ली एम्स के डॉक्टरों से कराया जाए। अपने पत्र में अंसारी ने लिखा है कि उनके परिवार को बांदा की चिकित्सा व्यवस्था पर भरोसा नहीं है।

ख़बरों के मुताबिक, डॉन मुख्तार अंसारी की मौत पर पूर्व बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय का बड़ा बयान सामने आया है। अलका राय ने कहा कि यह भगवान का आशीर्वाद है। मुझे आज न्याय मिला है। वही, कृष्णानंद राय के बेटे पीयूष राय ने कहा कि मुझे और मेरी मां को बाबा विश्वनाथ और बाबा गोरखनाथ का आशीर्वाद मिला है। इसके अलावा कृष्णानंद राय के भतीजे अजय राय ने कहा कि भगवान के घर देर है, अंधेर नहीं। आखिरकार भगवान ने हमारे साथ न्याय किया। आज हमें सही मायने में न्याय मिला है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुख्तार अंसारी बांदा जेल में करीब 7 साल से बंद था। मुख्तार के खिलाफ लगभग 65 मुकदमे दर्ज किए गए थे, जिसमें से 21 मुकदमों की सुनवाई विभिन्न अदालतों में अभी भी अंडर ट्रायल है। वहीं मुख्तार को 8 मामलों में अदालत से सजा सुनाई जा चुकी थी। जिसकी सजा मुख्तार जेल में रहकर काट रहा था।

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