Pali। बजरंग दल के राजस्थान क्षेत्र संयोजक रहे किशन प्रजापत को विश्व हिंदू परिषद की केंद्रीय समिति द्वारा बजरंग दल का राष्ट्रीय सह संयोजक नियुक्त किया गया है। यह निर्णय हाल ही में महाराष्ट्र के देवगिरी क्षेत्र के जलगांव में आयोजित विहिप केंद्रीय समिति की अहम बैठक में लिया गया। किशन प्रजापत की यह नियुक्ति पूरे जोधपुर प्रांत विशेषकर पाली जिले के लिए गर्व का विषय बनी हुई है।
पाली शहर के निवासी किशन प्रजापत के इस राष्ट्रीय दायित्व को संभालने के बाद जब वे पहली बार पाली पहुंचे, तो जोश और उत्साह से लबरेज सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। कार्यकर्ताओं के चेहरों पर उत्साह देखते ही बनता था। जगह-जगह जय श्री राम के जयकारों से माहौल गुंजायमान हो उठा।
जोधपुर रेलवे स्टेशन से शुरू हुआ स्वागत यात्रा का सिलसिला
किशन प्रजापत के जोधपुर आगमन पर रेलवे स्टेशन पर ही कार्यकर्ताओं ने पुष्पवर्षा, माला, साफा और भगवा दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया। इसके बाद उनका काफिला रोहट पहुंचा, जहां भी बजरंग दल व विहिप कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार अभिनंदन किया।
पाली शहर में नया बस स्टैंड, सूरजपोल चौराहा, गांधी मूर्ति, भैरूघाट, सिंधी कॉलोनी सहित दर्जनों स्थानों पर किशन प्रजापत का पुष्प हारों व नारों के साथ जोरदार स्वागत हुआ। पूरे शहर में बजरंग दल और विहिप के कार्यकर्ता सड़कों पर उत्सव जैसा माहौल बनाते नज़र आए।
रजत नगर पहुंचने पर उमड़ा जनसैलाब
स्वागत यात्रा रजत नगर स्थित प्रजापत के आवास तक पहुंची, जहां अंतिम पड़ाव पर भी बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़ों के साथ उनका अभिनंदन किया। रास्ते भर “जय श्री राम”, “भारत माता की जय”, “बजरंग दल ज़िंदाबाद” के नारों से शहर का वातावरण देशभक्ति और सांस्कृतिक चेतना से सराबोर हो गया।
नई जिम्मेदारी, नया संकल्प
किशन प्रजापत को अब भारतवर्ष के 13 क्षेत्रों एवं 47 प्रांतों की जिम्मेदारी मिली है। यह न केवल पाली, बल्कि पूरे जोधपुर प्रांत के लिए गौरव का क्षण है कि यहां से एक साधारण कार्यकर्ता राष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी तक पहुंचा है।
इस अवसर पर किशन प्रजापत ने सभी कार्यकर्ताओं का आभार जताते हुए कहा- “यह जिम्मेदारी मेरे लिए सम्मान के साथ-साथ एक बड़ा दायित्व भी है। मैं पूरे भारत में संगठन को और मजबूत करने, राष्ट्र रक्षा और सेवा कार्यों को विस्तार देने के लिए पूर्ण निष्ठा से कार्य करूंगा। यह पद व्यक्तिगत नहीं, पूरे कार्यकर्ता परिवार की तपस्या का परिणाम है।”
कार्यकर्ताओं का कहना है कि किशन प्रजापत जैसे समर्पित और अनुशासित व्यक्तित्व को यह जिम्मेदारी मिलना संगठन के लिए ऊर्जा का संचार है। पाली शहर से राष्ट्रीय स्तर तक का यह सफर निश्चित रूप से युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनेगा। किशन प्रजापत का संघर्ष, समर्पण और विचारधारा का प्रभाव कार्यकर्ताओं के बीच एक उदाहरण के रूप में देखा जा रहा है।
रिपोर्ट – रविन्द्र सोनी