जैसलमेर। रियासत रहे जैसलमेर के 869वें स्थापना दिवस पर प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जैसलमेर वासियों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बधाई भेजी है। सीएम शर्मा ने X लिखा, ”घोड़ा कीजै काठ का, पग कीजै पाषाण। बख्तर कीजै लोह का, तब देखो जैसाण।। अप्रतिम कला- संस्कृति और बेजोड़ स्थापत्य से पूरे विश्व में ‘स्वर्णनगरी’ के नाम से प्रसिद्ध जैसलमेर के 869 वें स्थापना दिवस की आप सभी को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएँ। जैसलमेर के संस्थापक रावल जैसलदेव ने आज ही के दिन श्रावण शुक्ला द्वादशी के दिन दुर्ग की नींव रखी थी। आराध्य देव श्री लक्ष्मीनाथ एवं माँ स्वांगिया जी का आशीर्वाद हम सब पर बना रहे।”
घोड़ा कीजै काठ का, पग कीजै पाषाण।
बख्तर कीजै लोह का, तब देखो जैसाण।।
अप्रतिम कला- संस्कृति और बेजोड़ स्थापत्य से पूरे विश्व में ‘स्वर्णनगरी’ के नाम से प्रसिद्ध जैसलमेर के 869 वें स्थापना दिवस की आप सभी को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएँ।
जैसलमेर के संस्थापक रावल जैसलदेव ने आज ही के… pic.twitter.com/SJUKz9ahuG
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) August 17, 2024
ज्ञात रहे कि 14अगस्त की जैसलमेर यात्रा के दौरान जैन भवन के कार्यक्रम में भी सीएम शर्मा द्वारा पाक हिन्द के बंटवारे के समय का जिक्र करते हुए बताया कि जैसलमेर के महारावल ने उस समय भी पाकिस्तान में विलय होने की मनाही करके साहसी हिन्दू महारावल होने का कर्तव्य निभाया था। राज्य का मुखिया होने के नाते मुझे तत्कालीन महारावल जैसलमेर पर गर्व है।
जैसलमेर का 869वां स्थापना दिवस शनिवार को जैसलमेर के सोनार दुर्ग में राजपरिवार द्वारा रियासत कालीन ध्वज फहरा कर और स्वांगियामाता की पूजा करके मनाया गया। इस दौरान यज्ञ हवन का आयोजन किया गया। इस मौके पर राजपरिवार सदस्यों सहित पुरोहित व गणमान्य लोग मौजूद रहे। पूर्व महारावल चैतन्यराजसिंह ने इस मौके पर सभी जिले वासियों को शुभकामनाएं दी।
बता दे, जैसलमेर का सिरमौर कहे जाने वाले सोनार दुर्ग की स्थापना महारावल जैसल देव द्वारा 1156 ईस्वी को की गई थी। स्थापना दिवस पर जैसलमेर के संस्थापक महारावल जैसलदेव तथा जैसलमेर रियासत कालीन ध्वज का पूजन किया गया। सोनार किले में जैसलमेर की खुशहाली के लिए गायत्री यज्ञ का भी आयोजन हुआ। गायत्री यज्ञ में पूर्व महारावल के साथ ही राज परिवार के सदस्यों ने भी यज्ञ में आहूतियां दी। इस कार्यक्रम में राजपरिवार सदस्य लखमना ठाकुर दुष्यंतसिंह, पुरोहित हरिवल्लभ गोपा, पंडित नंदकिशोर श्रीमाली, देवेंद्र प्रतापसिंह सहित गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।