राजस्थान की थार नगरी बाड़मेर जिला मुख्यालय पर धरने पर बैठे पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी की तीसरे दिन प्रशासन से वार्ता के बाद उनकी मांगे स्वीकार कर ली गई जिसके बाद धरना समाप्त हुआ। दरअसल पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी मनरेगा में स्वीकृत टांको और ग्रवेल सड़कों के नाम की मिस्टोल जारी नहीं होने से पिछले तीन दिनों से धरने पर बैठे थे।
तीसरे दिन हेमाराम चौधरी के साथ, बाड़मेर जैसलमेर सांसद उमेदाराम बेनीवाल, बायतु विधायक हरीश चौधरी, जिला प्रमुख महेंद्र चौधरी, चौहटन के पूर्व विधायक पदमाराम मेघवाल, कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष फतेह खान सहित कई आमजन धरना स्थल पर पहुचे। धरने के तीसरी दिन भी जिला कलेक्टर से वार्ता हुई। इसके बाद प्रशासन द्वारा मांगो को स्वीकार करने के बाद धरना समाप्त किया गया।
पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सरकारी कार्यों में बाधा डालने व उसमे रुकावट को लेकर धरना प्रदर्शन किया जा रहा था अब जो मांगे स्वीकार कर ली गई है। साथ ही उन्होंने कहा कि मैं हमेशा अन्याय के खिलाफ खड़ा रहता हूं। किसी के साथ भी अन्याय हो रहा है तो उसको न्याय दिलाने के लिए मैं हमेशा उसके साथ खड़ा।
वहीं सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने बताया कि मोखावा खुर्द में मनरेगा से स्वीकृत टांको व ग्रेवल सड़क के मिस्टोल BDO द्वारा जारी नही किये जा रहे थे। जिसका मुद्दा जिला परिषद की बैठक में भी उठाया गया था इसके बावजूद मिस्टोल जारी नहीं किए गए। जिसके कारण पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठे थे और आज धरने का तीसरा दिन है जहां प्रशासन से वार्ता के बाद मांगे स्वीकार कर ली गई है अब धरना समाप्त किया गया है।