उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग श्री महाकालेश्वर में सोमवार सवेरे भस्म आरती के दौरान गर्भगृह में आग लग गई। पुजारी सहित 14 लोग झुलस गए। आरती के दौरान गुलाल उड़ाने से आग भड़की। मंदिर में उस समय हजारों श्रद्धालु मौजूद थे। सभी महाकाल के साथ होली मना रहे थे। घायल सेवक ने बताया कि आरती कर रहे पुजारी संजीव पर पीछे से किसी ने गुलाल डाल दिया। गुलाल दीपक पर गिरा।
संभवतः गुलाल में केमिकल होने की वजह से आग भड़क गई। रंग-गुलाल से गर्भगृह की चांदी की दीवार को बचाने फ्लैक्स लगाए गए थे। कुछ लोगों ने अग्निशामकों की मदद से आग पर काबू पाया। तब तक गर्भगृह में मौजूद आरती कर रहे संजीव पुजारी, विकास, मनोज, सेवाधारी आनंद कमल जोशी समेत 13 लोग झुलस गए।
कमेटी करेगी जांच
उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह ने बताया कि सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। कोई भी गंभीर नहीं है। मामले की मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए गए हैं। कमेटी तीन दिन में जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी।
यह हुए घायल
हादसे में भस्मारती के मुख्य पुजारी संजय गुरू, विकास पुजारी, अंश पुरोहित, सेवक महेश शर्मा, चिंतामन गहलोत, कमल जोशी, सत्यनारायण सोनी, रमेश, शुभम, विकास, मनोज शर्मा, सोनू राठौर, राजकुमार बैस, मंगल समेत 14 सेवक और पुजारी झुलसे हैं। इनमें से छह की हालत गंभीर बताई जा रही है। इनमें से 9 को इंदौर के अरविंदो अस्पताल में भर्ती किया गया है।
पहुंचे सीएम यादव
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि हादसे से प्रभावित घायलों के उपचार में कोई कमी नहीं रखी जाएगी। मुख्यमंत्री डा. यादव ने घटना और उससे पुजारियों और भक्तों के प्रभावित होने की जानकारी मिलते ही तत्काल अपने दैनिक कार्यक्रम में संशोधन किया। मुख्यमंत्री सभी पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों में अपनी भागीदारी निरस्त कर अविलंब इंदौर पहुंचे।
सीएम ने बताया दुखद घटना
मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव महाकाल मंदिर में लगी आग में झुलसने वाले पीड़ितों से मिलने इंदौर के अरविंदो अस्पताल पहुंचे। उनके साथ मंत्री कैलाश विजयवर्गीय भी मौजूद रहे। सीएम यादव ने घायलों से मुलकात कर उनका हाल जाना और फिर डाक्टरों से भी चर्चा की।