शिवगंज उपखंड के कैलाशनगर थाना क्षेत्र के बड़ा लखमावा क्षेत्र में एक परिवार की दो नाबालिग लड़कियों से छेड़छाड़ की घटना पर पुलिस की ओर से संज्ञान नहीं लिए जाने का परिणाम खून खराबे तक पहुंच गया।
गांव में पिछले दिनों से चल रहे घटनाक्रम के बीच बुधवार को एक परिवार के एक दर्जन से अधिक लोगों ने एकराय होकर नाबालिग लड़कियों के चचेरे भाई व उसके पिता पर कुल्हाडी से हमला कर दोनों को गंभीर रूप से घायल कर दिया। बीच बचाव करने आए दो जने जिनमें एक महिला भी शामिल है। जिनको भी चोंटे आई है।
इसी दौरान उसे छुड़ाने जब हजाराम मौके पर पहुंचे तब तक वहां पहुंचे महेन्द्र के परिजन छगनलाल, महेन्द्र, चेतन, गोविन्द, धर्माराम, शांतिदेवी, चुन्नीलाल, बदामी, कैलाश, सुरेश मीना, वागाराम मीना, भगाराम मीना, भेराराम मीना आल्पा, वचनाराम मीना आल्पा, अमृत मीना ने एक राय होकर हजाराम के साथ भी कुल्हाड़ी व लाठियों से बेरहमी से मारपीट की।
जिससे वह भी गंभीर घायल हो गया। इसी दौरान बीच बचाव करने आए शेषाराम, उसकी पत्नी ओर बेटा राजाराम पर भी हमला कर घायल कर दिया। घटना के बाद परिजन गंभीर रूप से घायल हजाराम व भरत कुमार को लेकर अल्पा अस्पताल पहुंचे जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
जहां उनका उपचार चल रहा है। मामले को लेकर परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने अभी तक घटना को लेकर कोई बयान दर्ज नहीं किए है और न ही आरोपियों को गिरफ्तार किया है। नाबालिग बालिकाओं से छेड़छाड़ का विरोध किया तो पिता-पुत्र पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया।
आरोपियों की धरपकड़ के बजाय समझौते का इंतजार
घटना में गंभीर घायल हुए चाचा भतीजे के सिर व शरीर के अन्य हिस्सों में चोटें लगी है। जिनका शिवगंज के जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है। इस घटना के बावजूद पुलिस पीड़ित पक्ष की ओर से रिपोर्ट दिए जाने के बावजूद आरोपियों की धरपकड़ के बजाय दोनों पक्षों के बीच समझौते का इंतजार कर रही है।
जानकारी के अनुसार बड़ा लखमावा गांव में निवास करने वाले शेषाराम पुत्र हकमाराम मीना की पुत्रियां प्रतिदिन सुबह के समय शौच के लिए जाती उस समय गांव का ही एक युवक महेन्द्र कुमार पुत्र धर्माराम मीना उनका पीछा करता और छेड़छाड कर अश्लील हरकतें करता था।
इस बात की इन बालिकाओं के परिजनों को मिलने पर नाबालिग के पिता ने कैलाशनगर थाने में 12 मार्च को रिपोर्ट देकर पुलिस से कार्रवाई का आग्रह किया। जिस पर आरोपी के परिजनों ने माफी मांगकर भविष्य में ऐसा नहीं करने का वायदा किया। जिस पर दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया।
अपहरण की नियत से लड़कियों को उठाया
बुधवार की सुबह ये दोनों लड़कियां हमेशा की तरह घर से शौच के लिए निकली तो महेन्द्र कुमार ने उनका पीछा कर एक लड़की को अपहरण की नियत से उठाकर ले जाने लगा। जिस पर वे दोनों चिल्लाई तो उनकी मां भागकर वहां पहुंची और अपनी बेटियोंं को छुड़ाने का प्रयास करने लगीं।
इस दौरान आरोपी ने उसके साथ धक्का-मुक्की की तथा लज्जा भंग की। इस घटनाक्रम के कुछ समय बाद शेषाराम के भाई हजाराम का पुत्र भरत कुमार जो बुधवार को परीक्षा देने के लिए जाने वाला था वह बिस्किट लेने के लिए दुकान पर गया। उसी समय वहां पहुंचे महेन्द्र ने कुल्हाड़ी से उसके सिर पर वार कर दिया। जिससे वह बेहोश होकर वहीं गिर पड़ा।