राजस्थान के Jaisalmer शहर में अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस व हरिजन समाज सेवा एवं विकास संस्थान जैसलमेर के बैनर तले नगर परिषद के सफाईकर्मियों की शनिवार को तीसरे दिन भी हड़ताल जारी हैं। बता दे राज्यव्यापी झाडू डाउन हड़ताल के समर्थन में अस्थाई सफाई कर्मचारियों द्वारा झाडू डाउन कर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया गया। वही अस्थाई सफाई कर्मचारियों और वाल्मीकि समाज के लोग नगर परिषद के आगे धरने पर बैठे हुए है।
बता दे अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अशोक कुमार बारासा ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2023-24 की सफाई कर्मचारी भर्ती नगर निकायों में आरक्षण के अनुसार की जा रही है। उन्होंने बताया कि ट्रेड यूनियन व समस्त वाल्मीकि समाज ने मांग की है कि सफाई कर्मचारी भर्ती में आरक्षण वर्गीकरण को समाप्त करशत प्रतिशत वाल्मीकि समाज को प्राथमिकता दी जाएं। साथ ही वर्षों से अस्थाई रूप से कार्यरत सफाई कर्मचारियों को स्थायी किया जाएं और उच्च न्यायालय आदेश की पालना करते हुए कोर्ट केस वालों को नियुक्ति हो।
वही हरिजन समाज सेवा एवं विकास संस्थान जैसलमेर के जिलाध्यक्ष भगवानदास ने बताया कि इन मांगों को लेकर राज्य सरकार को पूर्व में कई बार ज्ञापन दिए गए हैं। लेकिन सरकार द्वारा कोई सकारात्मक निर्णय नहीं किए जाने पर हरिजन समाज के लोग धरने पर बैठे हैं और नगरपरिषद के सफाईकर्मियों का समर्थन कर रहे हैं।
ऐसे में यह गौरतलब है कि प्रदेश संगठनों द्वारा राज्य व्यापी आंदोलन कर संपूर्ण राजस्थान में सफाई कार्य का बहिष्कार किया है। अस्थाई कर्मचारियों के हड़ताल पर जाते ही शहर में सफाई व्यवस्था लड़खड़ा गई है। शहर में कचरा नहीं उठाया गया। साथ ही जगह-जगह कचरे का ढेर जमा हो गए। जिससे निकलने वाली दुर्गंध ने राहगीरों के साथ-साथ स्थानीय निवासियों का जीना मुहाल कर दिया।
शहर की प्रत्येक गली और मोहल्ले के बाहर कचरे के ढेर लग गए। साथ ही कचरा पात्रों को भी खाली नहीं किया गया। जिससे लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। हालांकि नगरपरिषद ठेकेदार के मार्फत शहर में सफाई के प्रयास कर रही है।
रिपोर्ट: कपिल डांगरा