जैसलमेर। जिले के बांधा गांव में सदियों से सरहदी ग्रामीनों और मवेसी की प्यास बुझाने वाले गिरधारी तालाब की मानसून पूर्व खुदाई करवाने की मांग की जा रही है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा जैसलमेर कलेक्टर प्रतापसिंह को निर्देश दिए गए है, कि मानसून से पहले जल संग्रहण एवं संचयन के कार्यों को प्राथमिकता से पूरा करावें।
शर्मा ने निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री जल स्वालम्बन अभियान 2.0 के तहत निर्धारित लक्षय की प्राप्ति के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किये जावे। ज्ञात रहे कि जल ही जीवन की धार्मिक प्रवर्ती के तहत डांगरा माहेश्वरी परिवार द्वारा अपने पूर्वज गिरधारीलाल डांगरा की स्मृति में जनहितार्थ गिरधारी तालाब का निर्माण करवाया।
जिसके घाट का कार्य मनरेगा के तहत 2008 में पंचायत समिति सम द्वारा करवाया जा चुका। तालाब के मध्य रेगिस्तान के प्राचीन खेजड़ी के दो विशाल पेड़ मौजूद है तालाब के किनारे रियासत काल में धोरों के मध्य जल स्त्रोत्र का सूचक पीत पाषाण का गोवर्धन लगा हुआ है। जिस पर संस्कृत भाषा में डांगरा परिवार के श्री मूलचंद डांगरा द्वारा अपने पिता श्री गिरधारीलाल डांगरा की स्मृति में बनवाया लिखा हुआ है।
संवाददाता अचलदास डांगरा के पूर्वजों द्वारा गिरधारी के तालाब का निर्माण जन हितार्थ करवाया था। बता दे हिंदुस्तान पाकिस्तान एक होने के समय डांगरा परिवार का कार्यक्षेत्र शाहगढ, घोटारू, बांधा, खुईयाला हुआ करता था। उन्होंने अपने कार्यक्षेत्र के रहवासियों और मवेशी के लिए गिरधारी के तालाब को बनवाया। जिसका लाभ सदियों से उस क्षेत्र के आस पास रहने वाली रहियत और मवेशी को निरंतर मिल रहा है।
रिपोर्ट: कपिल डांगरा, जैसलमेर