राजस्थान की थार नगरी बाड़मेर की धरती के एक जवान ने जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के सफाया अभियान के तहत 18 जॉइंट एनकाउंटर और 43 आतंकियों को मार गिराया है। राजस्थान के पहले जवान हैं, जिन्हें एक ही साल में 3 गैलेंट्री अवॉर्ड मिले हैं। वर्तमान में जम्मू-कश्मीर के राजौरी में CRPF बटालियन 72 में असिस्टेंट कमांडेंट की पोस्ट पर तैनात है। इस बहादुर जवान का नाम तेजाराम चौधरी है। सोमवार (26 अगस्त, 2024) को तेजाराम जम्मू-कश्मीर से बाड़मेर पहुंचे। बाड़मेर आने पर तेजाराम का विभिन्न संगठनों की ओर से सुबह 8 बजे रेलवे स्टेशन पर स्वागत किया गया। इस दौरान तमाम लोग तिरंगा हाथों लेकर नजर आए।
बता दे कि तेजाराम चौधरी पुत्र नरसिंगाराम चौधरी मूल रूप से बाड़मेर के भाचभर के रहने वाले है। रामसर तहसील इलाके के इस जवान ने वीरता दिखाते हुए आतंक के गढ़ कहे जाने वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकियों का सफाया करने का काम किया है। इसी वजह से एक ही साल में तेजाराम को 3 गैलेंट्री अवार्ड दिए गए हैं। तेजाराम ने अपनी वीरता व साहस से आतंकियों से लौहा लेकर उनका सफाया करते हुए अपना और जिले का नाम रौशन किया है।
आपको बता दे, असिस्टेंट कमांडेंट तेजाराम चौधरी को ने इसी वर्ष गैलेंट्री पुलिस मेडल 26 जनवरी 2024 को मिला है। यह अवार्ड 2 जून 2022 को कश्मीर के कुलगांव में आतंकियों ने टारगेट किलिंग के तहत राजस्थान के हनुमानगढ़ के रहने वाले विजय नामक बैंक मैनेजर की हत्या कर दी थी। आतंकी की तलाश के लिए जवान तेजाराम ने 6 जून को एक आतंकी को मार गिराया। वहीं तेजाराम ने 14 जून को बैंक मैनेजर की हत्या करने वाले आतंकी जान मोहम्मद व एक अन्य का एनकाउंटर कर दिया। इसके बाद तेजाराम ने बैंक मैनेजर विजय के पिता से भी बात कर भरोसा दिलाया था कि आपके बेटे के हत्यारे आतंकी को हमने मार गिराया है।
इसी तरह 15 अगस्त 2024 को तेजाराम चौधरी को दो गैलेंट्री अवार्ड मिले है। इनमें 2 अक्टूबर 2022 को एक खुंखार आतंकी को मारा था, जो 6 बार सैन्य जवानों से बच कर भाग गया था। इसके अलावा एक गैलेंट्री अवार्ड अन्य पाकिस्तानी आतंकी को मार गिराने पर मिला है। इस तरह एक ही साल में 3 गैलेंट्री अवॉर्ड लेने वाले राजस्थान के पहले जवान है।
इन अवॉर्ड के अलावा तेजाराम चौधरी को डीजी डिस्क कमांडेशन डीजी सीआरपीएफ 12, डीजी डिस्क कमांडेंट एनएसजी डीजी सीआरपीएफ-1, डीजी डिस्क कमांडेशन डीजीपी जम्मू-कश्मीर-1 मिले हैं। इसके अलावा हाल ही में शोपियां और कश्मीर में 178 बटालियन में आतंकियों का सफाया करने पर वीरता पुरस्कार मिलना बाकी है। तेजाराम ने वीरता का परिचय देते हुए 18 जॉइंट एनकाउंटर और 43 आतंकवादियों को अंधाधुंध गोलाबारी में सेंधमारी कर मार गिराया। इसके अलावा 6 आतंकवादियों को जिंदा पकड़ा और सरेंडर करवाया।