मुंबई। भारतीय संविधान के वास्तुकार, बोधिसत्व, भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकरजी की 133वीं जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आज दादर की चैत्यभूमि का दौरा किया और महान व्यक्ति को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। चैत्यभूमि परिसर में लगी प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया और इस प्रदर्शनी को देखा।
इस अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि राज्य की तमाम जनता को डा. बाबासाहेब की जयंती के अवसर पर शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि राज्य का प्रशासन बाबासाहेब द्वारा बनाए गये संविधान के अनुसार चल रहा है। बाबासाहेब ने हम सभी को सीखने, संगठित होने और संघर्ष करने का संदेश दिया है।
सीएम शिंदे ने पीएम नरेंद्र मोदी का किया समर्थन
शिंदे ने इस मौके पर बोलते हुए कहा, लेकिन खुद प्रधानमंत्री मोदीजी ने अपने भाषण में यह साफ कर दिया है कि चाहे कोई कितनी भी कोशिश कर ले, यह नामुमकिन है। इसके विपरीत, ऐसा प्रचार करने वाली कांग्रेस ने ही डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर जी को लोकसभा चुनाव में हराया था।, मुख्यमंत्रीजी ने याद दिलाया। इस अवसर पर राज्य के कौशल विकास मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ाजी, वरिष्ठ आरपीआई नेता अविनाश महातेकरजी और नागसेन कांबलेजी और बड़ी संख्या में भीम अनुयायी उपस्थित थे।
आंबेडकर का एक भव्य स्मारक बनाना शुरू
राज्य सरकार ने इंदु मिल की साइट पर एक भव्य स्मारक बनाना भी शुरू कर दिया है, नागपुर में दीक्षा भूमि के जतन और संवर्धन के लिए धन उपलब्ध कराया है और सरकार ने डॉ. बाबासाहेब अंबेडकरजी के लंदन स्थित घर को खरीदकर उसे संग्रहालय में तब्दील कर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस घोषित किया है, उन्होंने कहा कि यह दिन राज्य में भी मनाया जाता है. फिलहाल विपक्ष यह प्रोपेगेंडा फैला रहा है कि अगर मोदी सरकार दोबारा सत्ता में आई तो संविधान बदल दिया जाएगा।