हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में बुधवार (31 जुलाई, 2024) की रात बारिश ने भारी तबाही हुई है। प्रदेश की राजधानी शिमला, कुल्लू और मंडी में बादल फटने और बाढ़ की घटनाओं के कारण कई लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 50 से ज्यादा लोग लापता है। कई सड़क मार्ग तबाह हो चुके हैं, नदियां पूरे उफान पर हैं। कई घर, स्कूल और अस्पताल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। NDRF, SDRF और ITBP राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई है। लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने की सलाह दी गई है।
शिमला की रामपुर तहसील, मंडी ज़िले की पधर तहसील और कुल्लू के गांव जाओन, निरमंड में बादल फटने से 50 से अधिक लोगों के लापता होने का अत्यंत दुखद समाचार मिला।
NDRF, SDRF, पुलिस, होम गार्ड और फायर सर्विसेज की टीमें राहत, खोज और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। स्थानीय प्रशासन को राहत एवं… pic.twitter.com/t3iUiFuIqn
— Sukhvinder Singh Sukhu (@SukhuSukhvinder) August 1, 2024
बता दे कि शिमला में रामपुर के झाकड़ी इलाके में समेज खड्ड में हाइड्रो प्रोजेक्ट नजदीक बादल फटा है। बादल फटने से आई बाढ़ ने कोहराम मचा दिया है। 33 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे है। वहीं एक के मौत भी खबर है। इसी तरह मंडी जिला के थलटूखोड़ और कुल्लू जिला की मणिकर्ण घाटी में बादल फटने की घटना हुई है।
मंडी के थलटूखोड़ में बादल फटने की घटना से गंभीर नुकसान पंहुचा है। कई घर ढह गए हैं और सड़क संपर्क भी ठप हो गया है। थलटूखोड़ पंचायत प्रधान कली राम ने बताया कि तेरंग और राजबन गांव में बादल फटने से तीन घर बह गए हैं। अब तक 9 लोग लापता हैं, एक बुजुर्ग महिला का शव बरामद हुआ है और एक व्यक्ति घायल है। मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, लेकिन मलबे में फंसे हुए लोगों तक पहुंचने में मुश्किल हो रही है। मंडी जिला प्रशासन ने रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ के साथ एयरफोर्स से मदद मांगी है। लेकिन टूटी सड़कों के कारण राहत कार्यों में कठिनाई आ रही है।
वही, कुल्लू जिला की मणिकर्ण घाटी में मलाणा में बादल फटने से मलाणा पावर प्रोजेक्ट 1 व 2 को भारी नुकसान पहुंचा है। पार्वती नदी पर बने पावर प्रोजेक्ट-1 का बांध ढह गया है। पानी के कारण पावर प्रोजेक्ट-2 को भी नुकसान पहुंचा है। पार्वती नदी उफान पर आ गई है। भुंतर के इलाके में हाई अलर्ट जारी किया गया है। मलाणा खड्ड के पानी ने शाट में सब्जी मंडी के भवन को चपेट में ले लिया। जानकारी के मुताबिक 3 घरों के बहने की सूचना भी है। इसके अलावा मनाली के पलचान में भी ब्यास नदी में बाढ़ आ गई है, जिसके चलते कई जगह पर सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
कुल्लू के निरमंड क्षेत्र के बागीपुल में 8-10 मकान बह जाने की सूचना है। साथ ही 7 से 10 लोग लापता बताए जा रहे है। तहसीलदार और रेस्क्यू टीमें मौके पर हैं और सर्च अभियान चलाया जा रहा है। निरमंड में कई पुल बह गए हैं और ज्यादातर सड़कें बंद हैं। बागीपुल में बस स्टैंड भी बह गया है और 15 से 20 गाड़ियां बह गई हैं।
सीएम सुक्खू ने की अमित शाह से बात
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बादल फटने की घटनाओं के बाद सचिवालय में एक आपातकालीन बैठक बुलाई है। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात की है और उनसे SDRF की दो अतिरिक्त टीमें भेजने का अनुरोध किया है। सीएम सुक्खू ने प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के लिए शिमला से हेलीकॉप्टर के माध्यम से रवाना हुए हैं। इस आपदा को लेकर मुख्यमंत्री की राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से भी चर्चा हुई है।
जेपी नड्डा ने सुक्खू से बात की
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हिमाचल प्रदेश के विभिन्न इलाकों में बादल फटने से हुए भारी नुकसान का संज्ञान लिया है। जेपी नड्डा ने सीएम सुक्खू से बात की और हालात का जायजा लिया। केंद्र सरकार से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। नड्डा ने पूर्व सीएम जयराम ठाकुर और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष से बात कर के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को राहत कार्यों में जुटने का निर्देश दिया है।
हेल्पलाइन नंबर जारी
हिमाचल सरकार ने खतरे को देखते हुए पूरे प्रदेश में हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिया है। ये हेल्पलाइन नंबर 24ंx7 काम करेंगे। हिमाचल में आने वाले तीन से चार दिन मौसम विभाग ने कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। ऐसे में किसी भी खतरे की स्थिति में इन नंबरों पर संपर्क किया जा सकता है।
HP Govt Emergency Support and Help– 2024 Monsoon Disaster
हिमाचल सरकार द्वारा आपदा में 24*7 जनता की मदद के लिए जिला स्तर पर टीम बनाई गई है, जो आपकी किसी भी इमरजेंसी में मदद करेगी। दिए गए नंबर पर किसी भी इमरजेंसी के लिए कॉल करें। pic.twitter.com/GkMmndt4Qm
— Sukhvinder Singh Sukhu (@SukhuSukhvinder) August 1, 2024