
Barmer| बाड़मेर जिला मुख्यालय पर गुरुवार को जिला कलक्टर टीना डाबी (Tina Dabi) के निर्देशन में एक व्यापक स्वच्छता अभियान का आयोजन किया गया। इस अभियान में स्थानीय प्रेस क्लब के पत्रकारों और फिफ्टी विलेजर्स से जुड़े विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिला कलक्टर टीना डाबी ने स्वयं मौके पर पहुंचकर अभियान का निरीक्षण किया और सभी प्रतिभागियों का हौसला बढ़ाया। यह अभियान न केवल शहर की साफ-सफाई को बढ़ावा देने के लिए था, बल्कि सामुदायिक सहभागिता और स्वच्छता के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से भी आयोजित किया गया।
अभियान का उद्देश्य और महत्व
स्वच्छ भारत मिशन के तहत आयोजित इस सफाई अभियान का मुख्य उद्देश्य बाड़मेर शहर को स्वच्छ, सुंदर और पर्यावरण के अनुकूल बनाना था। बाड़मेर, जो अपने रेगिस्तानी सौंदर्य और सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है, अक्सर कचरे और गंदगी की समस्या से जूझता रहा है। इस अभियान के माध्यम से न केवल सड़कों और सार्वजनिक स्थानों की सफाई पर ध्यान दिया गया, बल्कि लोगों को स्वच्छता के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझाने का भी प्रयास किया गया। जिला कलक्टर टीना डाबी ने इस अवसर पर कहा, “स्वच्छता केवल एक अभियान नहीं, बल्कि हमारी जीवनशैली का हिस्सा होनी चाहिए। बाड़मेर की जनता के सहयोग से हम अपने शहर को न केवल स्वच्छ, बल्कि देश के सबसे स्वच्छ शहरों में शामिल कर सकते हैं।” उनकी यह बातें न केवल अभियान में शामिल लोगों के लिए प्रेरणादायक थीं, बल्कि आम नागरिकों को भी स्वच्छता के प्रति प्रेरित करने वाली थीं।
प्रेस क्लब और विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी
इस अभियान की सबसे खास बात रही स्थानीय प्रेस क्लब और फिफ्टी विलेजर्स संगठन से जुड़े विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी। प्रेस क्लब के पत्रकारों ने न केवल अभियान में शारीरिक श्रमदान किया, बल्कि अपने लेखन और सोशल मीडिया के माध्यम से स्वच्छता के महत्व को जन-जन तक पहुंचाने का भी काम किया। पत्रकारों प्रेमदान देथा, अध्यक्ष बाड़मेर प्रेस क्लब, व प्रविण बोथरा, नरपत रामावत, ठाकराराम मेघवाल, जसवंत सिंह चौहान, भैराराम चौधरी, सुरेश जाटोल, उम्मेद भैराणी व उम्मेद चारण ने विभिन्न स्थानों पर जाकर कचरे को एकत्रित किया और सफाई कर्मचारियों के साथ मिलकर सड़कों को साफ किया।
वहीं, फिफ्टी विलेजर्स संगठन डॉ. भरत सारण से जुड़े विद्यार्थियों ने भी इस अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। ये विद्यार्थी, जो ग्रामीण क्षेत्रों से आते हैं, अपने उत्साह और ऊर्जा के साथ अभियान में शामिल हुए। उन्होंने न केवल सफाई में योगदान दिया, बल्कि राहगीरों और स्थानीय लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए नुक्कड़ नाटक और जागरूकता रैलियों का भी आयोजन किया।
जिला कलक्टर का प्रेरणादायक नेतृत्व
जिला कलक्टर टीना डाबी का इस अभियान में नेतृत्व और उनकी सक्रिय भागीदारी ने सभी को प्रेरित किया। सुबह-सुबह शुरू हुए इस अभियान में वे स्वयं मौके पर पहुंचीं और सफाई कार्य का जायजा लिया। उन्होंने पत्रकारों और विद्यार्थियों के साथ बातचीत की और उनके प्रयासों की सराहना की। टीना डाबी ने अपने संबोधन में कहा, “पत्रकार समाज का दर्पण होते हैं और विद्यार्थी समाज का भविष्य। आप सभी के इस अभियान में शामिल होने से यह स्पष्ट है कि बाड़मेर का भविष्य उज्ज्वल और स्वच्छ है।” उन्होंने सफाई कर्मचारियों की भी प्रशंसा की, जो रोजाना शहर को साफ रखने के लिए अथक परिश्रम करते हैं। टीना डाबी ने यह भी आश्वासन दिया कि जिला प्रशासन द्वारा स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए नियमित रूप से ऐसे अभियान आयोजित किए जाएंगे और नागरिकों को इसमें शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
यह सफाई अभियान बाड़मेर शहर के विभिन्न हिस्सों में आयोजित किया गया। मुख्य रूप से रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, बाजार क्षेत्र, और प्रमुख सड़कों को सफाई के लिए चुना गया। इन क्षेत्रों में अक्सर कचरे का ढेर और गंदगी देखने को मिलती है, जिससे न केवल शहर की सुंदरता प्रभावित होती है, बल्कि स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी उत्पन्न होती हैं। अभियान के दौरान प्लास्टिक कचरे, कागज, और अन्य अपशिष्ट पदार्थों को अलग-अलग करके एकत्रित किया गया। इसके साथ ही, नगर पालिका के सहयोग से कचरे को निस्तारण के लिए भेजा गया। अभियान में शामिल लोगों ने यह भी सुनिश्चित किया कि सड़कों पर बिखरे हुए कचरे को हटाने के साथ-साथ डस्टबिन की व्यवस्था को भी प्रचारित किया जाए, ताकि लोग कचरे को सही स्थान पर डालें।
पत्रकारों ने अपने सोशल मीडिया हैंडल्स और समाचार पत्रों के माध्यम से अभियान की तस्वीरें और जानकारी साझा की, जिससे अधिक से अधिक लोग इस पहल से जुड़ने के लिए प्रेरित हुए। स्थानीय व्यापारियों और दुकानदारों को भी इस अभियान में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया गया। कई दुकानदारों ने अपने दुकानों के आसपास की सफाई में योगदान दिया और डस्टबिन रखने का वादा किया।
सामुदायिक सहभागिता की मिसाल
यह अभियान सामुदायिक सहभागिता की एक शानदार मिसाल बना। पत्रकार, विद्यार्थी, सफाई कर्मचारी, और स्थानीय नागरिक एक साथ आए और अपने शहर को स्वच्छ बनाने के लिए एकजुट हुए। इस अभियान ने यह साबित किया कि यदि समाज के सभी वर्ग मिलकर काम करें, तो किसी भी लक्ष्य को आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। बाड़मेर में आयोजित यह स्वच्छता अभियान न केवल शहर की सफाई के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था, बल्कि सामुदायिक सहभागिता और जागरूकता का भी प्रतीक बना। जिला कलक्टर टीना डाबी के नेतृत्व में इस अभियान ने पत्रकारों, विद्यार्थियों, और नागरिकों को एक मंच प्रदान किया, जहां वे अपने शहर के लिए कुछ कर सकें। यह अभियान निश्चित रूप से बाड़मेर की जनता को स्वच्छता के प्रति प्रेरित करेगा और शहर को स्वच्छ भारत मिशन के लक्ष्यों के और करीब ले जाएगा।
इस तरह के प्रयासों से न केवल बाड़मेर, बल्कि पूरे देश में स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति एक नई चेतना जागृत होगी। बाड़मेर की यह पहल अन्य शहरों के लिए भी एक प्रेरणा बन सकती है, जहां सामुदायिक सहभागिता के माध्यम से स्वच्छता के सपने को साकार किया जा सकता है।
रिपोर्ट – ठाकराराम मेघवाल