
Barmer। बाड़मेर जिला मुख्यालय पर नवो बाड़मेर अभियान के तहत बुधवार (25 जून, 2025) को जिला कलेक्टर टीना डाबी (Tina Dabi) के निर्देशन में नालों की सफाई का अभियान जारी रहा। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों की अगुवाई में मुख्य स्थानों पर नालों की सफाई के साथ अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। नवो बाड़मेर अभियान के तहत बाड़मेर शहर को स्वच्छ, निचले इलाकों को जल भराव से मुक्त बनाने के लिए रामूबाई विद्यालय से शहीद सर्किल एवं चामुंडा चौराहे तथा शास्त्रीनगर इलाके में सफाई अभियान चलाया गया।
इस दौरान सिणधरी चौराहे एवं कृषि मंडी रोड़ पर नालों की गहन सफाई के साथ अवैध केबिन और अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई भी की गई। यह अभियान आगामी दिनों में भी निरंतर जारी रहेगा, ताकि बाड़मेर को एक स्वच्छ और व्यवस्थित शहर के रूप में स्थापित किया जा सके। इस अभियान के दौरान प्रशिक्षु आईएएस छायासिंह एवं अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह चांदावत सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों ने सफाई कार्यों का निरीक्षण करते हुए संबंधित कार्मिको को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
आमतौर पर इन इलाकों में मानसून के दौरान नालों में जमा कचरा और गाद के कारण जल भराव की स्थिति बन जाती है। इसको देखते हुए जिला प्रशासन एवं नगर परिषद ने मानसून से पूर्व नालों की सफाई के लिए विशेष अभियान चलाया है। जिला कलेक्टर टीना डाबी की अगुवाई में इस अभियान के माध्यम से जिला प्रशासन ने इन समस्याओं पर प्रभावी नियंत्रण और दीर्घकालिक समाधान की दिशा में कदम उठाया है।
जिला कलेक्टर टीना डाबी ने इस अभियान को शुरू करने के पीछे की प्रेरणा साझा करते हुए बताया कि बाड़मेर एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध शहर है। इसको स्वच्छ और व्यवस्थित बनाना हमारी प्राथमिकता है। उनके मुताबिक नवो बाड़मेर अभियान केवल सफाई तक सीमित नहीं है, बल्कि यह शहर के समग्र विकास और नागरिकों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने का एक प्रयास है। उनके इस दृष्टिकोण ने स्थानीय प्रशासन और जनता के बीच एक नई ऊर्जा का संचार किया है।
चामुंडा चौराहे पर सफाई अभियान
चामुंडा चौराहा बाड़मेर का एक व्यस्त और महत्वपूर्ण क्षेत्र है, जहां कई बार नालों में जमा कचरा और गंदगी आमजन के लिए समस्या बन जाती है। इस क्षेत्र में सफाई अभियान की बुधवार सुबह 6 बजे शुरूआत हुई। जिला प्रशासन ने इस कार्य के लिए विशेष सफाई कर्मचारियों की टीमें गठित की थीं, जिन्हें आधुनिक उपकरणों और मशीनों से लैस किया गया था। नालों से प्लास्टिक, कचरा, मलबा और अन्य अवरोधक सामग्री को हटाया गया, ताकि बारिश के दौरान जल प्रवाह सुचारू रहे। सफाई कार्य के दौरान यह सुनिश्चित किया गया कि नालों की गहराई तक सफाई हो और भविष्य में जल भराव की समस्या न हो। इसके लिए जेसीबी मशीनों और अन्य उपकरणों का उपयोग किया गया। स्थानीय निवासियों ने भी इस अभियान में प्रशासन का सहयोग किया।
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई
सफाई अभियान के साथ-साथ सिणधरी चौराहे और आसपास के क्षेत्रों में अवैध अतिक्रमण और केबिन को हटाने की कार्रवाई की गई। इन स्थानों पर फुटपाथ और सड़कों पर अवैध रूप से बनाए गए केबिन और दुकानें यातायात और पैदल यात्रियों के लिए बाधा बन रही थीं। इन अतिक्रमणों के कारण नालों का पानी भी सड़कों पर फैल जाता था। इससे गंदगी और जलभराव की स्थिति और गंभीर हो जाती थी। जिला प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने से पहले संबंधित लोगों से समझाइश करते हुए स्वेच्छा से अतिक्रमण हटाने का अनुरोध किया।
अधिकारियों का निरीक्षण और दिशा-निर्देश
सफाई अभियान के दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह चांदावत, आयुक्त संतलाल मक्कड़ सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। उन्होंने सफाई कर्मचारियों और संबंधित अधिकारियों को कार्य में तेजी लाने और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। चांदावत ने बताया कि यह अभियान केवल एक दिन का नहीं है, बल्कि इसे नियमित रूप से चलाया जाएगा, ताकि बाड़मेर को स्वच्छ और व्यवस्थित बनाया जा सके। हमारी कोशिश है कि शहरवासियों को एक बेहतर और स्वस्थ वातावरण मिले।
रिपोर्ट – ठाकराराम मेघवाल