
जैसलमेर। चेतक कोर ने बठिंडा मिलिट्री स्टेशन पर अपना 47वां स्थापना दिवस गरिमामयी ढंग से मनाया। यह कोर 1 जुलाई 1979 को लेफ्टिनेंट जनरल एम.एल. तुली के नेतृत्व में स्थापित हुई थी। ‘फाइट फॉरवर्ड, फाइट एग्रेसिव’ के गौरवशाली आदर्श वाक्य के साथ, अपनी स्थापना के बाद से यह कोर कई चरणों में परिवर्तन से गुजरते हुए एक ऑपरेशनल, युद्ध के लिए तत्पर और संचालनात्मक रूप से सक्षम गठन में विकसित हुई है।
पीआरओ आर्मी राजस्थान लेफ्टिनेंट कर्नल निखिल धवन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इस अवसर पर आयोजित एक श्रद्धांजलि समारोह में, लेफ्टिनेंट जनरल शमशेर सिंह विर्क, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, चेतक कोर ने समस्त अधिकारियों एवं जवानों के साथ मिलकर ‘योद्धा यादगार’ युद्ध स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित किए। यह श्रद्धांजलि उन वीर सपूतों को समर्पित थी, जिन्होंने राष्ट्र की सीमाओं की रक्षा करते हुए विभिन्न युद्धों में अपने प्राणों की आहुति दी।
इस अवसर पर कोर कमांडर ने कोर के सभी अधिकारियों और जवानों से अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूर्ण निष्ठा और समर्पण के साथ करते रहने का आह्वान किया तथा भारतीय सेना की उच्चतम परंपराओं को बनाए रखने की प्रेरणा दी। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान कोर की उच्च स्तरीय तत्परता की प्रशंसा की और आने वाले सभी अभियानों के लिए सदैव तैयार रहने का आग्रह किया। लेफ्टिनेंट जनरल विर्क ने पूर्व सैनिकों और उनके परिवारजनों के अमूल्य योगदान के प्रति आभार प्रकट करते हुए आश्वस्त किया कि कोर सदैव वीर नारियों, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी रहेगी।
रिपोर्ट – कपिल डांगरा