बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट मामले में जांच एजेंसी एनआईए को बड़ी सफलता मिली है। एनआईए ने खुफिया जानकारी के आधार पर इस मामले में भगोड़े अब्दुल मथीन ताहा और मुसाविर हुसैन शाजेब को कोलकाता के पास से गिरफ्तार किया है। मुसाविर हुसैन शाजिब वह शख्स है, जिसने कैफे में आईईडी रखा था।
अब्दुल मथीन ताहा विस्फोट की योजना बनाने, उसे अंजाम देने और उसके बाद कानून के चंगुल से भागने का मास्टरमाइंड है। बताया जाता है कि दोनों आरोपी अपनी झूठी पहचान के आधार पर कोलकाता के पास छिपे हुए हुए थे। यह सफलता एनआईए और प. बंगाल, तेलंगाना, कर्नाटक और केरल पुलिस के समन्वित प्रयासों से मिली है।