Barmer। बाड़मेर जिले के छोटे से गांव रड़वा की निवासी पूजा राजपुरोहित ने अपनी कठिन मेहनत और समर्पण से योग के क्षेत्र में एक नई मिसाल स्थापित की है। बालेरा गांव के रेतीले धोरों पर योगाभ्यास से शुरुआत करने वाली पूजा को अब 15 जून 2025 को नई दिल्ली में आयोजित होने वाले ‘आदियोगी योग भूषण अवार्ड 2025’ से सम्मानित किया जाएगा।
पूजा राजपुरोहित निम्बड़ी के माँ भगवती विद्या मंदिर में योग शिक्षिका के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने अपने गुरु पदम सिंह राठौड़ से योग की विभिन्न कलाओं की शिक्षा प्राप्त की है। राज्य स्तर पर दो बार पुरस्कृत हो चुकी पूजा ने योग विज्ञान में डिप्लोमा भी किया है। वह बाड़मेर जिले में आयोजित जिला स्तरीय राष्ट्रीय कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग ले चुकी हैं और बालोतरा जिले के प्रथम योग दिवस में विशेष आमंत्रण पर योग प्रस्तुतियां दी हैं।
यह पहला अवसर है जब मरुधरा की बेटी पूजा राजपुरोहित को ‘आदियोगी योग भूषण अवार्ड’ से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में योग के प्रचार-प्रसार में योगदान देने वाले व्यक्तियों की सराहना भी है। पूजा राजपुरोहित की यह उपलब्धि यह सिद्ध करती है कि यदि किसी कार्य को करने का जुनून हो, तो मंजिल तक पहुंचने में कोई भी रुकावट नहीं आती।
रिपोर्ट – ठाकराराम मेघवाल