दांतराई। कस्बे में गुरुवार को श्री श्री 108 अवधेश चैतन्य ब्रह्मचारी महाराज के नंदगांव चातुर्मास के दौरान दांतराई गांव पहुंचने पर ग्रामीणों की ओर से गाजे-बाजे के साथ उनका सामैया कर स्वागत किया गया। आयोजक भंवरलाल वरदाराम रावल ने बताया है कि महाराज के दांतराई गांव पहुंचने पर गांव के मुख्य बस स्टैंड पर सैकड़ो ग्रामीणों की ढोल धमाको के साथ 51 बालिकाओं ने सीर पर कलश धारण कर सामैया कर भव्य स्वागत किया गया। गांव के मुख्य मार्गो से जुलूस निकाला गया जो गांव के मुख्य बस स्टैंड, डाकघर भवन से होते जुलूस के रूप में महाराज के जयकारे लगाते हुए सैकड़ो संत महात्माओं के साथ राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पहुंचे।
गांव में जगह- जगह पर सामैया कर महाराज का भव्य स्वागत किया गया। रात्रि विश्राम राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में हुआ। इस दौरान भजन संध्या का भी आयोजन किया गया जिसमें गायक कलाकार हेमराज गोयल एवं मनीष परिहार ने गणपति वंदना के साथ भजनों का आगाज कर एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुति देकर उपस्थित सैकड़ो भक्तों को झूमने के लिए मजबूर कर दिया। कॉमेडी कलाकार जगिया पिंटिया ने एक से बढ़कर एक कॉमेडी पेश कर लोगों को मन मोहित कर दिया।
शुक्रवार सुबह महाराज एवं संत महात्माओं तथा गांव के चारों स्कूल के विद्यार्थियों के लिए अल्पाहार की भी व्यवस्था की गई जिसमें सैकड़ो संत महात्मा एवं स्कूल के विद्यार्थियों सहित सभी ने अल्पाहार ग्रहण किया। दोपहर में भोजन प्रसादी की व्यवस्था की गई। शुक्रवार को सुबह रावल भंवरलाल पुत्र वरदाराम एंव रोहितकुमार किशोर कुमार सुथार के घर पर महाराज के पगलीए हुए। दिन भर आसपास सहित अन्य गांव से लोगों ने पहुंचकर श्री श्री 108 अवधेश चैतन्य ब्रह्मचारी महाराज के दर्शन कर उनका स्वागत किया गया तथा दोपहर महाराज के नंदगांव में आयोजित होने वाले चातुर्मास के लिए प्रस्थान किया।
इस दौरान ग्रामीणों ने उनको राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय से होते हुए गांव के मुख्य बस स्टैंड तक शुभम बैंड की मधुर धुन के साथ महाराज को विदाई दी गई। इस दौरान श्री श्री 1008 जगदीशगिरी महाराज एवं श्री 108 ऋषिगिरी जी महाराज का भी स्वागत किया गया। इस दौरान बाबुलाल पुरोहित, भंवर रावल, सुरेश रावल, भैराराम पुरोहित, अशोक सुथार, विक्रम सुथार, रोहित सुथार मनीष सोनी, पुष्कर पुरोहित, भीखसिंह ओपावत, शंकर व्यास, लेहरचंद पुरोहित, लक्ष्मण घांची, चंदन सेन,गोपाल पुरोहित,सुरेश पुरोहित, पुनमचंद पुरोहित सहित सैकड़ो महिलाएं पुरुष व बच्चे उपस्थित थे।